बीकानेर, 11 अक्टूबर। रानी बाजार के दुर्गाबाड़ी (बंगाली मंदिर) सहित शहर के अनेक स्थानों पर सोमवार को देवी की मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा,बोधन, आव्हान के साथ दुर्गा पूजा महोत्सव शुरू हुए। महोत्सव दशहरा तक चलेंगे। महोत्सव के दौरान दुर्गा शप्तशती पाठ, चंड़ीपाठ, आरती, भोग व पुष्पांजलि तथा भक्ति संगीत के आयोजन होंगे।
बंगाली सेवा संस्थान के उपाध्यक्ष बबलू बंगाली ने बताया कि कोलकाता के सुप्रसिद्ध कलाकारों ने सीकर में मूर्तियों का निर्माण कर बीकानेर भिजवाया है। पिछले 61 साल तक एक ही परिकर में महिषासुर मर्दनी, महालक्ष्मी, महासरस्वती व गणेश और कार्तिकेय आदि की प्रतिमाएं बनाई जाती थीं। इस बार सभी मूर्तियों अलग अलग होते हुए परिकर की जगह एक ही मंडप में स्थापित की गई है। सोमवार को पश्चिम बंगाल के पंडित रजत चक्रवती व प्रणय चक्रवर्ती ने बांग्ला व संस्कृत में मंत्रोच्चारण के साथ दुर्गा पूजा उत्सव का आगाज किया।
संस्थान अध्यक्ष वासुदेव गोस्वामी के अनुसार नियमित भोग व आरती सुबह साढ़े ग्यारह बजे व संध्या आरती आठ बजे तथा पुष्पांजलि सुबह 11 बजे होगी। मंगलवार को सुबह आठ बजे सप्तमी पूजा,बोधन, अन्नवास व अधिवास, बुधवार को महाअष्टमी पूजा, गुरुवार को महानवमी पूजा,दोपहर बारह बजे हवन, महादशमी दशहरा के दिन शुक्रवार को महा दशमी पूजन व साढ़े दस बजे दर्पण विसर्जन व शाम को प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।