’ बापू की अमर कहानी’’ पूरी नहीं सुनी लोगों ने।

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अभी भी लोकप्रिय है’’ बापू की अमर कहानी’’ गीत, कम लोगों ने सुना पूरा गीत

शिव कुमार सोनी, वरिष्ठ  पत्रकार, बीकानेर

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अनेक फिल्मों में गीत लिखे गए, लोकप्रिय गीतों में ’’बापू की अमर कहानी’’ गीत काफी लोकप्रिय व उनके जीवन आदर्षों से साक्षात्कार करवाने वाला है। अमुमन कार्यक्रमों में 11-12 मिनट का लम्बा गीत होने से इसे पूरा नहीं सुनाया जाता जिससे कम लोगों ने इस गीत को पूरा सुना है। महात्मा गांधी की जयंती पर श्रद्धांजलि स्वरूप यह गीत पाठकों तक पहुंचाया जा रहा है।

            गीत को गीतकार राधाकृष्ण ने 1948 में लिखा तथा संगीतबद्ध किया संगीतकार हुस्नलाल भगत लाल ने। इस गीत को ओजस्वी वाणी से सुप्रसिद्ध गायक मोहम्मद रफी ने गाकर इसे अमर कर दिया। गीत में जहां गांधीजी की जीवनी है, आंदोलन की जानकारी के साथ नमन किया गया है। इस गीत की एक रिकार्ड भी बनी जिसे 31 दिसम्बर 1963 को जारी किया गया। रिकार्ड जारी होने के बाद गीत ने देष दुनियां तहलका मचाते हुए लोगों को गांधीजी को नमन-वंदन, अधिक श्रद्धा व्यक्त करने के लिए मजबूर कर दिया। मोहम्मद रफी ने गीत के हर शब्द में अपनी आवाज से दम भर दिया। गीत को सुनकर दिमाग में गांधीजी का चलचित्र सा चलता महसूस होता है।

      प्रस्तुत है मूल गीत

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

वो बापू जो पूजा है इतना ज्यादा गंगा माँ का पानी

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

पौरबंदर गुजरात देश में एक ऋषि ने जनम लिया

मात पिता ने मोहनदास करमचंद गांधी नाम दिया:

बचपन खेल कुद में गुजरा लंदन जकार विद्या पाई

बैरिस्टर बैन अफ्रीका में जकार अपनी धक जमाई

लेकिन वो प्राण दुनिया में अमर कहानियां आते हैं

वो कब माया मोह में फंस्कर अपना समय गणवते है

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो

बापू की ये अमर कहानी

अफ्रीका में हिंदी जान की बड़ी दूरदशा पाई

गोरे राज से टकराकर सत्य की ज्योत जलय

फिर भारत की सेवा करने अपने देश में आया

साबरमती में सत्याग्रह का आश्रम आन बनाया

और खिलाफत सम्मेलन में सभापति का दरजा पाया

इस्लामी अधिकार की रक्षा मैं भी हाथ बंटया

हिंदू मुस्लिम दोनो उसकी आंखों के तारे थे

दुनिया के सारे ही मजबूर बापू को प्यारे थे

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

भारत कौमी कांग्रेस की ऐसी धूम मचाई

कौमी झंडे के आला फिर जनता दौड़ी आई

खादी का परचार किया फिर घर घर खादी आई

और विदेशी माल की होली गांधी में जलवेई

चरखे की आवाज जो गुंजी हुई मशीन ठंडा

और शान से लहरी भारत के तीरंगे झंडे

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

वो बापू जो पूजा है इतना ज्यादा गंगा माँ का पानी

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

फिर पुराण सराज का नारा जा लाहौर पुकार

आजादी का वीर सिपाही कभी न हिम्मत हरा

फिर दांडी पर जकार अपने हाथो नमक बनाया

सारे देश को सत्याग्रह का सुंदर सबक पढ़ाया

भारतवासी जप्ते द फिर गांधी नाम की मल

चालीस करोद दिलो में छाया एक लंगोटी वाला

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

सचाई का अटल पुजारी जिसे कभी न हिम्मत हरी

सरकार कानून तोड़कर दुनिया के आराम छोडकर

देश की ख़तीर जेल गया और अपने सुख पे खेल गया

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

हरिजनो का मान बढ़ाने की खतीर व्रत किया

गांधी ने दुनिया के आगे एक नया मत रखः

गणव गान में हरिजनों की हलत देखी भलि

हरिजन नाम से हर सेवक ने इक अखबार निकला

कांग्रेस की बाग दोर फिर वीर जवाहर को देकर

शूरु किया बापू ने अपना ग्राम सुधार का चक्कर

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

एक नई आवाज जो आई शूरु हुई एक नई लड़ी

गुंजा फिर बापू का नारा छोड़ो हिंदुस्तान हमारा

छोडो हिंदुस्तान हमारा

फिर आई एक जेल यात्रा जेलो से कब डरता था वो

आजादी का परवाना था आजादी पर मरता था वो

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

वो बापू जो पूजा है इतना ज्यादा गंगा माँ का पानी

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

जेल के एंडर होना ने फिर अपना तीर चलाय

बापू जी की अर्धांगी को अंत बुलावा आया

जेल के एंडर खामोशी से देवी जी की चिता जलायी

जनता अपनी मां के अंतिम दर्शन भी करने न पाई

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

हिंदू मुस्लिम के चीन में फिर भड़की नफ़रत की ज्वाला

जिसको देख के दुख हुआ कुरान और गीता का मतवाला

नवाखली में खून की होली हैवानो ने खेली

दया की मूरत बापू से ये पिदा गई न जेली

तन पे लंगोटी हाथ में डंडा होंथो पे थी प्रेम की वाणी

नगर नगर पादल फ़िरता था अस्सी साल का बुद्ध प्राण

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

बेटा सैतालिस पंद्राह अगस्त को आजादी का दिन जब आया

अपने देश में अपना झंडा धूमधाम से लहरया

लेकिन हम दिन प्यारे बापू भारत का उजियारा बापू

दूर दिल्ली से नवाखली में कामजोरो की रखवाली में

अपनी जाना लड़े था और अपना आप छुपे थे

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

कलकत्ता में फिर व्रत रखा हिंदू मुस्लिम को समझौता

बापू का ये चमत्कार रहा समाज गए दोनो दीवाने

कलकत्ता से दिल्ली आकार हमें नगरी का मान बढ़ा

सांझ सवेरे राम नाम का बिरला घर में दिया जलया

रघुपति राघव राजा राम ईश्वर अल्लाह तेरे नाम

बापू का आधार यही था बापू का परचार यही था

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

वो बापू जो पूजा है इतना ज्यादा गंगा माँ का पानी

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

वो बापू जो पूजा है इतना ज्यादा गंगा माँ का पानी

सुनो सुनो ऐ दुनिया वालो बापू की ये अमर कहानी

तीस जनवरी शाम को बापू बिरला घर से बहार आए

प्रार्थना साथ की जनीब धीरे धीरे कदम बढ़ाए

लेकिन हम दिन होना अपना रूप बदलकर आई

और अहिंसा के सीने पे हिंसा ने गोली चलाई

बापू ने कहा राम और जग से किया किनारा

राम के मंदिर में जा पाहुचा श्री राम का प्यार

जाओ बापू जाओ बापू रहेगा नाम तुम्हारा

जब तक चमके चांद सितारे चमके काम तुम्हारा

बापू तुम्हारे प्राण दिए और मौत की शान बढ़ायी

तुमने अपन खुन दिया और प्रेम की ज्योत जलाई

जय बापू की जय गांधी की बोलो सब जान जय गांधी

जिस हिंदू मुस्लिम में एक दो प्यार की बंधी

याद रहे बापू की कहानी भूल न इसे जाए हम

बापू ने जो दिया जलया उसकी ज्योत बढ़े हम

जय बापू की जय गांधी की बोलो सब जान जय गांधी

जय बापू की जय गांधी की बोलो सब जान जय गांधी

जय गांधी, जय गांधी, जय गांधी

जय गांधी, जय गांधी