पितरों को अर्पित किया तर्पण, अनुष्ठान की पूर्णाहुति पर हवन में दी आहुतियांबीकानेर. श्राद्ध पक्ष में चल रहे पितर तर्पण अनुष्ठान की पूर्णाहुति अमावस्या पर बुधवार को हुआ। अंतिम दिन तालबों पर सर्व पितर तर्पण का अनुष्ठान हुआ, विष्णु भगवान का पूजन, पंचामृत स्नान के बाद पितरों के निमित हवन में श्रद्धालुअें ने आहुतियां दी। शहर में कई स्थानों पर पितर तर्पण व हवन इत्यादि अनुष्ठान हुए।
धरणीधर महादेव मंदिर में पंडित नथमल पुरोहित के शिष्य पंडि़त गोपाल ओझा के सान्न्ध्यि में अल सुबह साढ़े चार बजे से भगवान शंकर का दुग्धाभिषेक किय गया। शृंगार के बाद आरती हुई। वहीं सुबह साढ़े छह बजे से धरणीधर तालाब पर सर्व पितर तर्पण किया किया गया। इसमें हेमाद्री संकल्प, दस विधि स्नान और तर्पण का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद सुबह साढ़े दस बजे से महानंद महादेव मंदिर में विष्णु भगवान का पूजन, ऋषि पूजन, पंचामृत अभिषेक के बाद हवन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी निभाई। यहां भी हुए कार्यक्रमश्रीरामसर स्थित राधा गार्डन में चल रहे तर्पण का कार्यक्रम की पूर्णाहुति बुधवार को हुई। पंडि़त छोटू लाल ओझा के सान्निध्य में हवन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदरी निभाई। इधर कनू रंगा की बाडी मे 17 दिन तक श्राद्ध पक्ष मे तर्पण का कार्य क्रम पडित श्री छोटू लाल ओझा के सान्निध्य मे सम्पन्न हुआ । आज पित्र पक्ष की पुणर्नावृति पर सभी ऋषियो द्वारा यज्ञ का आयोजन किया गया यज्ञ मे मुख्य यजमान इन्द्र जोशी थेयज्ञ पं छोटू लाल ओझा वह गोरी शकर चूरा ललिया महाराज द्वारा करवाया गया यज्ञ मे श्री अशोक पुरोहितनबृजू पुरोहित के के छगाणी रंग रगा ओम माली शकरजी जोशी जेठू सेवग धनुसुख ओझा ने भाग लिया श्राद्ध पक्ष मे तर्पण करने से परिवार मे धन लक्ष्मी प्राप्त होती हे पित्ररो का आशीर्वाद मिलता हे अत सभी को तर्पण करना चाहिए ऐसा शास्त्रोक्त मे लिखा है।