बीकानेर,11 नवंबर। बीकानेर के कलाकारों ने पूरी दुनिया में अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए इस शहर का नाम रोशन किया है । बीकानेर के कलाकारों ने 500 साल से अधिक पुराने इस शहर के महलों, हवेलियों, मंदिरों में अपनी कला का प्रदर्शन करके सौहार्द का माहौल भी बनाया है जो आज तक निरंतर जारी है। नगर के मोहल्ला चूनगरान के कलाकार भी पिछले सैकड़ों सालों से मुग़ल, राजपूत शैली में सोने की कलम, रोगानी, आलागिला चित्रकारी करते आ रहे हैं जिसके गवाह यहाँ के महल, मंदिर और हवेलियां है । इसी शानदार परम्परा में इन दिनों विश्व विख्यात ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती (रह0) की दरगाह अजमेर में ऐतिहासिक संदली मस्जिद में गोल्डन वर्क चर्चा का विषय बना हुआ है । ख्वाजा साहब के मुख्य आस्ताना शरीफ से जुड़ी मस्जिद में यह गोल्डन वर्क मोहल्ला चूनगरान बीकानेर के युवा चित्रकार अकबर अली कर रहा है। अकबर अली ने दो महीने चल रहे कार्य मे संदली मस्जिद की छतों कब साथ मुख्य मेहराब में सुनहरी कलम से चित्रांकन किया है जिसकी परिकल्पना ओर डिजाइन अकबर ने स्वंय बनाये हैं । अकबर इस कला को खुदादाद देन मानते है । अकबर ने अपने वरिष्ठ कलाकार रोशन पेन्टर साहब, जावेद के सान्निध्य में काम करके यह काम सीखा है । अकबर अजमेर शरीफ में संदली मस्जिद में काम करना जीवन का यादगार काम मानते हैं ।