चातुर्मास एवं श्री नर्मदाजी की 3600 किमी पैदल परिक्रमा कर श्रीरामदासजी महाराज के बीकानेर पधारने पर हिन्दू धर्म शोभा यात्रा से होगा स्वागत
बीकानेर,24 नवंबर। श्री नर्मदा महायज्ञ एवं संगीतमय श्री नर्मदा पुराण का भव्य आयोजन 25 से 30 नवम्बर तक गंगाशहर स्थित रामझरोखा कैलाश धाम में होने जा रहा है। आयोजक महामंडलेश्वर श्री सरजूदासजी महाराज ने बुधवार को आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि 25 नवम्बर सुबह 10:00 बजे राम झरोखा कैलाश धाम कलश यात्रा के साथ कार्यक्रम का आगाज होगा। श्री सरजूदासजी महाराज ने बताया कि परम पूज्य श्री गुरु महाराज श्री श्री 1008 महंत श्री रामदासजी महाराज के चातुर्मास एवं श्री नर्मदाजी की 3600 किमी की पैदल परिक्रमा कर बीकानेर पधारने पर भव्य शोभायात्रा एवं महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। उक्त छह दिवसीय कार्यक्रम में नर्मदा खण्ड पं. नितेश बिल्लौरे, यज्ञाचार्य के मुखारविन्द से कथा वाचन होगा। प्रथम दिवस शोभायात्रा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल एवं विशिष्ट अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रतापसिंह, भाजपा नेता गुमानसिंह राजपुरोहित, उपमहापौर राजेन्द्र पंवार, विजय आचार्य, राजेश चूरा व जुगल राठी होंगे।
शोभायात्रा का मार्ग
महामंडलेश्वर श्री सरजूदासजी महाराज ने बताया कि 25 नवम्बर को सुबह 10 बजे राम झरोखा कैलाश धाम से हिन्दू धर्म शोभायात्रा का शुभारम्भ होगा जो गंगाशहर मुख्य बाजार, गोगागेट, रानी बाजार, केईएम रोड, कलक्ट्रेट, जूनागढ़, रतनबिहारी पार्क पहुंचेगी। रतनबिहारी पार्क में श्रीश्री 1008 महंत श्री रामदासजी महाराज का स्वागत किया जाएगा। यहां से पुन: शोभायात्रा कोटगेट, जेल रोड, ठठेरा बाजार, रांगड़ी चौक, भुजिया बाजार, शीतला गेट, श्रीरामसर होते हुए सुजानदेसर रामझरोखा कैलाश धाम पहुंचेगी। युवतियां सिर पर कलश रखे तथा युवक हिन्दू धर्म के जयकारों के साथ धूमधाम से शोभायात्रा निकाली जाएगी।
यह रहेंगे आयोजन
महामंडलेश्वर श्री सरजूदासजी महाराज ने बताया कि 25 नवम्बर को शोभायात्रा एवं महायज्ञ शुभारम्भ, 26 नवम्बर को श्री नर्मदा पुराण वर्णन एवं मार्कण्डेय जन्म कथा, 27 नवम्बर को शिव महिमा एवं नर्बदा उत्पति, 28 नवम्बर को तीर्थों का वर्णन एवं नर्मदा परिक्रमा कथा, 29 नवम्बर को हनुमंतेश्वर सोमनाथ, नंदकेश् वर, ओमकारेश्वर तीर्थ कथा एवं दीपदान, 30 नवम्बर को सभी तीर्थों का संक्षिप्त विवरण एवं सत्यनारायण जी की कथा, भंडारा व संतों की विदाई कार्यक्रम आयोजित होगा।