बीकानेर, 27 नवंबर। भागवत बासा पुरोहित सत्संग स्वर्गाश्रम खीचिंया”व समाजसेवी चम्पालाल किशोरीलाल गोवर्धनलाल पर्यावरण प्रकल्प द्वारा ‘शहर व गाँव की स्कूलों’ व वैवाहिक स्थलो पर निरंतर बालसंत श्रीछैल विहारी महाराज द्वारा पर्यावरण संरक्षण हितार्थ पोधों का वितरण यात्रा।
“प्रकृति व पर्यावरण संरक्षण के तहत विधार्थी व और वेवाहिक स्थलों पर प्रकृति से प्रेम व प्रयावरण संरक्षण संकल्प द्वारा पौधवितरण करवा रहे ।
” मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान पारीक चोक बीकानेर और चम्पालाल किशोरीलाल गोवर्धनलाल पर्यावरण प्रकल्प एवं “भागवत बासा पुरोहित सत्संग स्वर्गाश्रम खीचिंया” के संयुक्त तत्वावधान मे बालसंत श्रीछैल विहारी महाराज व संत मनुजी महाराज के सानिध्य में बीकानेर व आसपास के गांवो की स्कूलों व वैवाहिक समारोह स्थलो मे लगभग 5 हजार पौध वितरण शहर व आसपास के गाँव एवं अनेकों शादी समारोह स्थल व स्कूलों में पंहुचकर वर वधूपक्ष व बारातियों को पोध वितरण हो रहा है। ! आज मुम्बई के समाजसेवी उधोगपति झंवरलाल चूयल के साथ महाराज के सानिध्य मे पौधे भेंट कर प्रकृति पर्यावरण संदेश का पांचवी बार पांच हजार पौध वितरण का आगाज किया गया। महाराज द्वारा आज स्कूलों मे पोध वितरण का शुभारंभ हुआ,”जिसके तहत आज राजकीय सरकारी स्कूल पाबूबारी मे स्कुल के अध्याप श्यामसुंदर हटीला के साथ स्कूल के बालक बालिकाओं कों सेंकडो पोधों का वितरण किया गया।एसडीपी मेमोरियल स्कूल मे सेंकडो विधार्थी विधार्थीयों को सेंकडो पोधों का वितरण स्कूल हाल प्रांगण मे किया गया।संस्थान द्वारा नित्य प्रतिदिन पौध वितरण हैतु पौध सहयोगी भामाशाह यजमान बन रहे हैं,जिसके अन्तर्गत “आजके विभिन्न प्रजाति के कनैर चांदनी रातरानी मोगरा चम्पा अनार चमेली के फुलो के पौधवितरण भामाशाह यजमान मुम्बई के समाजसेवी कान्टेक्टर झंवरवाल चूयल पुनः आज के पौधवितरण सहयोगी यजमान बने,”। संस्थान द्वारा लगातार शहर मे पांचवी बार प्रकृति पर्यावरण संवर्धन संरक्षण निमित्त पौधवितरण महायात्रा की शुरुआत की गई। श्रीछैल विहारी महाराज द्वारा पुर्व मे भी करीब 37 हजार पौधों का वितरण शहर की भागवत कथाओं के माध्यम द्वारा पोधों का वितरण किया गया था।पौधवितरण सेवाश्रम कार्य में हरिकिशन नागल,श्यामनारायण शीलु पारीक कुनाल पारीक, उदीतनारायण पारीक उदीतनारायण,गोविन्दराम गोपाल पुरोहित, नवरत्नधामू,ओम कुलरिया देवकिशन गेपाल,
चतुर्भुज नागल,सदाशिव गोस्वामी,सीमा पुरोहित,नंदनंदिनी पुरोहित,नितेश आसदेव,आदि अपनी सेवाएं दे रहे हैं।उपरोक्त सम्पूर्ण जानकारी संस्थान के संरक्षक हरिकिशन नागल द्वारा दी गई।