बीकानेर,20 नवम्बर। श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में सकलश्री जैन संघ सहयोग से शनिवार को गोगागेट सर्किल के पास स्थित गौड़ी पाश्र्वनाथ में भक्ति संगीत के साथ पूजा की गई व सामूहिक प्रसाद का आयोजन रखा गया। रविवार सुबह साढ़े नौ बजे भगवान की सवारी पुनः गौड़ी पाश्र्वनाथ से रवाना होकर जैन बहुल्य मोहल्लों से होते हुए को सुबह साढ़े नौ बजे भुजिया बाजार के चिंतामणि जैन मंदिर से भगवान महावीर स्वामी की सवारी निकलेगी। सवारी विभिन्न जैन बहुल्य मोहल्लों से होते हुए भुजिया बाजार के चिंतामणि जैन मंदिर पहुंचकर संपन्न होगी।
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारिवाल ने बताया कि पूजा व सामूहिक प्रसाद में बीकानेर के जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ,तपागच्छ, पाश्र्वचन्द्र गच्छ, साधुमार्गी जैन संघ, शांत क्रांत संघ, जैन श्वेताम्बर तेरापंथ संघ व दिगम्बर जैन संघ सहित विभिन्न जैन समुदाय के करीब 2 हजार से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने भागीदारी निभाई। करोना काल के दो वर्ष बाद आयोजित जैन धर्मोंत्सव में सभी वर्ग व तबके और समुदाय के जैन बंधुओं ने हिस्सा लेकर साम्प्रदायिक सौहार्द व आपसी भाईचारे तथा भगवान महावीर के सिद्धान्तों व आदर्शों के प्रति निष्ठा व्यक्त की ।
रविवार 21 नवम्बर को गौड़ी पाश्र्वनाथ मंदिर से सुबह साढ़ नौ बजे पुनः रवाना होकर गंगाशहर मार्ग, लाभू जी कटला, कोटगेट, नया कुआं, मरोठी सेठिया, मुकीम बोथरा मोहल्ला, रांगड़ी चैक, सुगनजी महाराज के उपासरा, डागा, सेठिया पारख चैक, कोचरों का चैक, बेगानी चैक, ढढ््ढों का चैक, दस्साणी चैक, बोथरा मोहल्ला होते हुए चिंतामणि जैन मंदिर पहुंचकर संपन्न होगी। भगवान महावीर स्वामी की सवारी में इंद्र ध्वज, पंचरंगी जैन ध्वज, चांदी का सिहासन (खासोजी), चांदी का कल्पवृृक्ष, भगवान का रथ, दादा गुरुदेव के तेल चित्र, भगवान महावीर स्वामी के जीवन आदर्शों से संबंधित तेल चित्र, बैंड पार्टी, भजन मंडलियां, सजे संवरे घोड़े, ऊंट, ऊंट गाड़े, बड़ी संख्या जैन श्रावक शामिल होंगे।