बीकानेर,04 दिसम्बर। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने शिक्षामंत्री व शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भेजकर राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान ( सीमेट ) गोनेर , जयपुर द्वारा आयोजित 10 दिवसीय आवासीय प्रधानाचार्य लीडरशीप प्रशिक्षण शिविर को अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के मध्यनजर रखते हुए प्रस्तावित प्रशिक्षण शिविर अवधि 6 से 15 दिसम्बर 21 की तिथियों पर पुर्नविचार कर वर्तमान समय अवधि में स्थगित करवाने को लेकर आग्रह किया है । संगठन के प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री रवि आचार्य ने शिक्षामंत्री व शिक्षा निदेशक को भेजे ज्ञापन में अवगत करवाया है कि राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान ( सीमेट ) गोनेर , जयपुर द्वारा बीकानेर जिले के अधिकांश प्रधानाचायों को 10 दिवसीय आवासीय प्रधानाचार्य लीडरशीप प्रशिक्षण शिविर आगामी 6 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक श्रीगंगानगर में उपस्थित होने हेतु निर्देशित किया गया है । ज्ञापन में यह भी अवगत करवाया गया है कि वर्तमान में विभाग द्वारा आगामी 13 दिसम्बर 21 से विद्यालयों में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएँ तथा इससे पूर्व मौखिक परीक्षाओं का आयोजन करवाया जाना विभाग द्वारा निर्धारित किया गया है ऐसी परिस्थिति में एक ही समय में दो गतिविधियों का संचालन हो रहा है जिसमें से एक की अवधि पर पुर्नविचार का आग्रह है । ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि गत वर्ष कोविंड को देखते हुए उक्त प्रशिक्षण ऑनलाइन आयोजित किया गया था वर्तमान में भी कोविड गति पकड़ने की और बढ़ रहा है ऐसी परिस्थिति में आफलाइन 10 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाना उचित नहीं कहा जा सकता । वर्तमान में परीक्षाओं का संचालन कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए विभिन्न सुरक्षा साधनों के साथ सम्पन्न करवाने का दायित्व संस्था प्रधान पर है ऐसी परिस्थिति में उक्त अवधि में संस्था प्रधानों के आवासीय शिविर में उपस्थित रहने के कारण परीक्षाओं में नहीं रहने से काफी समस्याएँ उत्पन्न होने की स्थितियों बन सकती है । विभाग के लिए प्रशिक्षण से महत्वपूर्ण परीक्षा कार्य है । आचार्य ने ज्ञापन के माध्यम से आग्रह किया है कि 10 दिवसीय आवासीय प्रधानाचार्य लीडरशीप प्रशिक्षण शिविर जो आगामी 6 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक श्रीगंगानगर में आयोजित होना प्रस्तावित है उस पर 13 दिसम्बर से प्रस्तावित अर्द्वपरीक्षाओं को देखते हुए प्रस्तावित प्रशिविर अवधि में पुर्नविचार करवाकर वर्तमान अवधि में प्रशिक्षण आयोजन को स्थगित करवाया जाय ताकि परीक्षाओं का संचालन भली भाँति हो सके ।