स्वर्णकार भवन में सामूहिक विवाह आज
बीकानेर, 12 दिसम्बर। शारदा देवी चेरिटेबल ट्रस्ट, गंगाशहर, बीकानेर, के तत्वावधान में समाज सेवी जयपुर के अनिल अग्रवाल, श्री कृृष्ण सेवा संस्थान के प्ररेणा से सोमवार को सुबह दस बजे रानी बाजार के मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार भवन में सामूहिक विवाह का आयोजन होगा। रविवार को नव जीवन शुरू करने वाले दम्पतियों व उनके परिजनों ने देशनोक के करणी माता के मंदिर में दर्शन किए तथा शाम को श्याम प्रभु की भक्ति संगीत संध्या में भगवान गणपति व श्यामप्रभु खाटुवाले से मंगलमय जीवन की कामना की। रिंग सिरेमनी सहित विभिन्न विवाह की रस्में की गई।
सोमवार को होने वाले सामूहिक विवाह में मध्य प्रदेश के 5, उत्तर प्रदेश की एक तथा राजस्थान के करौली की एक जोड़ा परिणय सूत्र में बंधेगा। सभी विवाह करने वाले युवक युवतियां अनुसूचित जाति, जन जाति, पिछड़ा वर्ग की गरीब तबके की है। एक युवति तो ऐसी है माता-पिता, भाई-बहन कोई नहीं है नानी के साथ यहां परिण्य सूत्र में बंधने के लिए दूर के रिश्तेदारों के साथ आई है। युवक-युवतियां उनके परिजन सामान्य खेतीहर व दहाड़ी मजदूर के रूप् में जीवन यापन करते है उनके लिए शादी करना कठिन कार्य था। उन्होंने अनिल अग्रवाल से एक सामाजिक संगठन के माध्यम से शादी करवाने की अपील की। अनिल अग्रवाल ने बीकानेर के भामाशाह देवचंद लावट सोनी, उनकी पत्नी श्रीमती शारदा देवी, उनके पुत्र समाज सेवी मनोज लावट, कमल किशोर, विनोद कुमार व संजय कुमार तथा श्री कृृष्ण सेवा संस्थान के अध्यक्ष समाज सेवी श्याम सुन्दर धुपड़ सोनी से इस पुनीत कार्य करने की प्रेरणा दी। देवी चंद लावट परिवार ने इस पुण्यशाली कार्य के लिए सभी व्यवस्थाएं करने, वैवाहिक जीवन में कार्य आने जरूरत की वस्तुएं देने का सामाजिक सरोकर व प्रतिबद्धता और परोपकार कार्य करने का अनुकरणीय कार्य किया है।
परिण्य सूत्र में बंधने वालों में मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के गाजीगढ़ की प्रीति का परिवार बेलदारी करता है, वही विजयपुर की सोमवती जाटव, शशि का परिवार झाडू पोचा व अन्य कार्य कर पेट पालता है। करौली की दो युवतियों ने अपने माता-पिता, भाई-बहन सभी को खो दिया वह अपनी भुआ गीता व अन्य परिजनों के साथ विवाह करने बीकानेर पहुंची है। मुरेना की अर्चना का भाई छोला-टिक्की ठेला लगाता है, उसके लिए बहन की शादी करना दिव्य सपना भी सोमवार को सामूहिक विवाह में पूरा हो जाएगा। राजस्थान के करौली की पूजा व आरती भी सामान्य परिवार से है। परिण्य सूत्र में बध्ंाने वाले युवकों में अधिकतर दिहाड़ी मजदूर, नाविक, मछुवारे आदि समुदाय के है।
सामूहिक विवाह की प्रेरणा देने वाले जयपुर के अनिल अग्रवाल ने कहा कि वे अब तक 250 से अधिक गरीब व असहाय युवतियों को शादी करवाकर परिवारिक सफल जीवन के लिए प्रेरित कर चुके है। उनके इस नेक कार्य में बीकानेर का देवीचंद लावट परिवार सहित देश प्रदेश के अनेक भामाशाहों का भी अनुकरणीय, वंदनीय व स्तुति योग्य योगदान रहा है। सोमवार को परिण्य सूत्र में बंधने वाली 7 कन्याओं में से 5 कन्याओं के माता-पिता और भाई नहीं है। ये सभी कन्याएं अपने रिश्तेदारों के यहां पल रही है। दो कन्याओं के पिता व भाई नहीं हैै । ये कन्याएं बुदेंलखंड के बिहड़ और करौली चंबल के बिहड़ के बेहद दुर्गम व पिछड़े हुए क्षेत्र से आई है।
महापौर सुशीला कंवर ने अतिथि के रूप् में कहा कि दूर दराज से आई गरीब व असहाय युवतियों का विवाह करवाकर बीकानेर की धर्म धरा में एक पुण्य का अनुकरणीय उदाहरण देवीचंद लावट परिवार ने पेश किया है। डाॅ.सुशील फलोदिया, डाॅ. एल.के. कपिल डाॅ.स्वाति फलौदियां, डाॅ. बी.एल.खजोटिया, डाॅ. गौरव गुप्ता, विक्रम सिंह राजपुरोहित आदि ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर अतिथियों का साफा पहनाकर अभिनंदन किया गया। मीडियाकर्मी ज्योति प्रकाश रंगा ने आयोजन की महता को उजागर किया।
श्याम प्रभु की भक्ति संगीत संध्या
समूहिक विवाह के तहत रिंग सिरेमनी और श्याम प्रभु की भक्ति संगीत संध्या का आगाज भगवान गणेश ’’ रुनक झुनक घर आओ गजानंदजी’ गणेश वंदना के पारम्परिक भक्ति गीत से हुई। श्याम प्रभु का पूजन व सामूहिक आरती में भामाशाह देव चंद लावट-शारदा देवी, मांगीलाल-भंवरी देवी, तोलाराम-चन्द्रकला देवी, मनोज-कौशल्या, कमल किशोर संजूलता, विनोद कुमार-अनीता देवी, संजय-सरोज देवी व श्याम सुन्दर धुपड़ व अतिथियों ने करवाई।
पौधों का वितरण
विवाह सूत्र में सोमवार को बंधने वाले बनड़े-बनड़ियों को मानव सेवा धर्म प्रचार संस्थान के मनु महाराज व सुप्रसिद्ध कथा वाचक बाल संत छैल बिहारी ने महकते पुष्प् व तुलसी का पौधा देकर मंगलमय जीवन की कामना की।