जयपुर/बीकानेर,07 दिसंबर। वेतन विसंगति परीक्षण हेतु राज्य सरकार द्वारा गठित समिति के अध्यक्ष श्री खेमराज चौधरी सहित 4 अधिकारियों से राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की वार्ता संगठन के प्रदेश महामंत्री श्री अरविंद व्यास एवं प्रदेश संगठन मंत्री श्री प्रहलाद शर्मा के नेतृत्व में सम्पन्न हुई। वार्ता में संगठन ने अपने ज्ञापन के बिंदुवार अपना पक्ष रखते हुए तृतीय वेतन शृंखला से प्रधानाचार्य,प्रबोधक,कुक कम हेल्पर,प्रयोगशाला सहायक, पुस्तकालयाध्यक्ष, शारीरिक शिक्षक, संविदा शिक्षको ,पैराटीचर,शिक्षाकर्मी शिक्षको से संबंधित वेतन विसंगति व दिए गए वेतनमानों में पूर्व में हुए पक्षपात पूर्ण व्यवहार व अनदेखी से अवगत करवाया। संगठन के प्रदेश महामंत्री श्री अरविंद व्यास ने बताया की संगठन ने पुरजोर तरीके से वेतन विसंगति परीक्षण समिति के समक्ष छठे वेतन वेतनमान के तहत थर्ड ग्रेड शिक्षक,सेकंड ग्रेड वरिष्ठ , शारीरिक शिक्षको ,प्रबोधकों तथा व्याख्याताओ व प्रधानाचार्य पदों पर कार्यरत कार्मिको के वेतन विसंगतियों पर चर्चा कर समाधान की मांग की।
संगठन के प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री रवि आचार्य ने बताया कि संगठन ने ओचित्य सहित प्रेषित प्रतिवेदन में 2007-08 के नियुक्त थर्ड ग्रेड शिक्षको व प्रबोधकों के मूल वेतन 12900 के स्थान पर 11170 रुपये होने की हुई वेतन विसंगति को संशोधित करने, वरिष्ठ अध्यापको की वेतन विसंगति दूर कर प्रारम्भिक मूल वेतन 16290 करने,केंद्र सरकार ने कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 18000 किया है जबकी राज्य सरकार ने 17700 रुपये, ऐसे में राज्य के शिक्षको सहित समस्त कर्मचारियों का भी न्यूनतम वेतन केंद्र के समान 18000 रुपये किये जाने, राजपत्रित अधिकारियों को 10 ,20, 30 वर्षीय एसीपी के स्थान पर 9,18,27 वर्षीय एसीपी देकर वरिष्ठतम को कनिष्ठतम से कम वेतन मिलने की विसंगति को दूर करने,प्रथम नियुक्ति तिथि से ही नियमित नियुक्त मानकर मूल वेतन व वेतन श्रृंखला प्रदान की करने, व्याख्याताओ के मूल वेतन 16290 के स्थान पर 18750 करने,प्रयोगशाला सहायक एवं प्रयोग शाला सहायक से पदोन्नत शिक्षको की वेतन विसंगति दूर कर 4500 से 7000 का वेतनमान प्रदान कर तदनुरूप वेतन स्थिरीकरण कर एसीपी का लाभ प्रदान करने, केंद्र के समान पे लेवल संख्या 18 करने, राज्य कर्मचारी की पेंशन प्राप्त करने की रहता केंद्र के समान करने,मृतक आश्रित कर्मचारी को केंद्र के समान पेंशन देने तथा पूर्व प्राथमिक शिक्षा अध्यापक जो कि राज्य में 2500 के करीब कार्यरत है। उन्हें 2400 ग्रे पे दी जा रही है जबकी ये दो वर्षीय डिप्लोमा थर्ड ग्रेड एसटीसी शिक्षको के सामान उत्तीर्ण है।इनसे कार्य भी स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्रों पर 3 से 8 वर्ष की आयु के बालको के अध्यापन हेतु लिया जा रहा है। जबकि केंद्र सरकार इन्ही पूर्व प्राथमिक शिक्षा अध्यापको केंद्र के थर्ड ग्रेड शिक्षको के समान 4200 ग्रेड पे वेतनमान किया जा रहा है ।अतः राज्य के पूर्व प्राथमिक शिक्षकों को भी थर्ड ग्रेड शिक्षको के समान वेतनमान प्रदान किया जावे आदि के साथ अन्य मांगो के पर संगठन ने अपने पक्ष को पूर्ण तथ्यों के साथ रखा।
वार्ता में संगठन की प्रदेश महिला मंत्री डॉ अरुणा शर्मा ,प्रदेश उपाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षा श्री चंद्रप्रकाश शर्मा तथा श्री रमेश पुष्करणा प्रदेश सचिव माध्यमिक शिक्षा उपस्थित रहे।