बीकानेर, 07 फरवरी । आचार्य समाज के पूर्वज श्री 1008 ब्रह्मदत्त जी आचार्य (ब्रह्मा दादा) का निर्वाण दिवस मनाया गया । स्थानीय धरणीधर खेल मैदान, श्रीरामसर रोड़ पर आचार्य समाज के लोगों ने महिलाओं और बच्चों के साथ मिलकर ब्रह्मा दादा के प्रतीक समाधिस्थल पर भव्य पूजन किया। लगभग सभी घरों में 21 फेरी मिट्टी की बनाकर महिलाओं द्वारा पूजन किया गया, पूजा में 21 बेर, 21 रेवड़ी, फल व लाफसी का भोग लगाकर पूजा की गई। इस अवसर पर धरणीधर महादेव मंदिर का रुद्राभिषेक भी किया गया। इस अवसर पर पूर्व सरपंच रामकिशन आचार्य, एस.एन.आचार्य, गौरीशंकर आचार्य, अरविन्द किशोर आचार्य, दुर्गाशंकर आचार्य, नवीन आचार्य, अक्षय आचार्य, अनिल आचार्य, अमित जोशी, अशोक आचार्य, भास्कर आचार्य, पेंटर नवीन,नरेंद्र आचार्य, कर्मचारी नेता कैलाश आचार्य, फुसाराम, सुशील आचार्य, बृजमोहन आचार्य, बंसीलाल आचार्य, दीन दयाल आचार्य, भंवर पुरोहित, राजेंद्र आचार्य सहित समाज के अनेक गणमान्य लोगों ने पूजा-अर्चना की। कार्यक्रम के आयोजक आचार्य बैणीदास परिवार था। एस.एन.आचार्य ने बताया कि माघ शुक्ला सप्तमी के दिन ब्रह्मा दादा ने जैसलमेर के किले में जीवित समाधि ली थी उनके शरीर का एक अंग शिखा (चोटी) बाहर रह गई थी उसे प्रतीक मानकर समस्त आचार्य जाति के लोग आज के दिन प्रत्येक घर में आंगन में सफेदी मिट्टी के गोलाकार चक्र की शिखा (चोटी) बनाकर बेर, रेवड़ी का प्रसाद चढ़ाकर पूजा-अर्चना करते हैं। महिलाएं घूंघट निकालकर इस धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होती हैं।