बीकानेर 23 मार्च। भगत सिंह एक व्यक्ति नहीं विचार है। और कभी मर नहीं सकता।यह विचार वरिष्ठ पत्रकार अशोक माथुर ने व्यक्त किए।
वे आज पर्यटन लेखक संघ और महफिले अदब की और से शहीदे आज़म भगत सिंह की याद में हुए एक कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए।
गंगाशहर रोड़ स्थित होटल मरूधर हैरिटेज के विनायक सभाकर में आयोजित इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सीमा जैन थी।
सीमा जैन ने कहा कि अब समय आ गया है कि हर युवा को भगत सिंह बनना होगा।
उनके विचारों को आत्मसात करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
कार्यक्रम समन्वयक युवा शायर असद अली असद ने दोनों संस्थाओं का विस्तार से परिचय प्रस्तुत करने के साथ साथ दोनों संस्थाओं के आगामी कार्यक्रमों से अवगत कराया।
मुख्य अतिथि सरदार अली पडीहार ने अपनी राजस्थानी कविताओं से रंग जमा दिया।
सामाजिक कार्यकर्ता अविनाश व्यास ने कहा कि भगतसिंह पुरी मानवता के लिए काम करने वाले अद्भुत व्यक्ति थे। व्यवस्था परिवर्तन ही उनका मूल ध्येय था।
उन्होंने भगतसिंह को आदर्श व्यक्तित्व बताया।
वरिष्ठ शायर जाकिर अदीब ने समसामयिक राजनीति को भगतसिंह के विचारों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया वहीं डॉ.अजय जोशी ने आगंतुकों का स्वागत किया।
डॉ.नरसिंह बिन्नानी ने बीकानेर में भगतसिंह की प्रतिमा लगाने कि आवश्यकता पर बल दिया।
वरिष्ठ कवि सरल विशारद ने अपने चिर-परिचित अंदाज में अपनी कविता”बोलो मत खतरा है” सुनाकर लोगों को अभिभूत कर दिया।
नौजवान शायर बुनियाद हुसैन ज़हीन ख़ासतौर पर भगतसिंह पर लिखी नज़्म का वाचन कर माहौल में एक जोश भर दिया।
इस अवसर पर भगतसिंह पर हुई काव्य गोष्ठी में असद अली असद जाकिर अदीब बुनियाद हुसैन ज़हीन,सरल विशारद,सानविका बेनीवाल,मौईनुद्दीन नाचीज़ बीकानेरी, अब्दुल रहमान तन्हा, ललिता राजपुरोहित,कनक रतनू,शारदा भारद्वाज, डॉ.नरसिह बिन्नानी, इस्हाक़ गौरी इत्यादि ने शिरकत की।
आभार बर्जेन्दर गोस्वामी ने ज्ञापित किया। संचालन असद अली असद ने किया।