बीकानेर, 09 मार्च।”महिलाओं को अपने अधिकारों को पहचान कर कार्य करना होगा। तभी वो आज के तेज़ रफ़्तारी ज़माने में अपनी सार्थक पहचान बनाने में सफल होगी।”
ये विचार महिला दिवस के मौके पर अध्यक्षता कर रही डा.सीमा जैन ने रखे।
गंगाशहर रोड़ स्थित होटल मरूधर हैरिटेज मरुधर के विनायक सभाकर में पर्यटन लेखक संघ और महफिले अदब के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिला काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए डॉ सीमा जैन ने कहा कि आज की महिलाएं अबला नहीं सबला है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर बल देने की बात कही।
मुख्य अतिथि दैनिक लोकमत की सम्पादिका अंकिता माथुर ने महिलाओं के लिए आगामी दिनों में किए जाने वाले कार्य और कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।
इससे पूर्व संस्था के असद अली असद ने संस्थान के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
महिला काव्य गोष्ठी में इला पारीक, ज्योति वधवा रंजना, ललिता राजपुरोहित, मधुरिमा सिंह, कामिनी सक्सेना,कष्णा वर्मा,सानविका इत्यादि ने महिला सशक्तिकरण के बारे में काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम में प्रोफेसर नरसिंह बिन्नानी से स्वागत भाषण दिया। वहीं डॉ अजय जोशी ने महिला रचनाकारों का परिचय पेश किया।
कार्यक्रम में असद अली असद,सरदार अली पडीहार,भरत कुमार, डॉ मौहम्मद फारुक चौहान, नितिन गोयल, डॉ जगदीश दान बारहठ ने शिरकत की।
संचालन ललिता राजपुरोहित ने किया।