बीकानेर 27 मार्च । गौतम सेवा ट्रस्ट (महिला मंडल) की प्रभारी सीमा जोशी ने बताया की गौतम गार्डन में महिला मंडल के साथ श्री राम कॉलोनी की सभी संखी सहलियों ने अपने घर से गवरजा, ईश्वर जी, भाइयों को लेकर पहुंची और बनोला का प्रोग्राम रखा, मंडल की सभी महिलाओं ने ड्रेस कोड की साड़ियां पहनकर गीतों की अपनी अपनी प्रस्तुति दी,गवारा बाई सा के खोल भराई,सामूहिक गोठ का आयोजन किया जिसमें मधुर राजस्थानी गीत गाये।
स्वर:- कान कंवर सा बीरो मांगा, राई सी भोजाई । पुस उडावन सो फुफो मांगा, चुडला वाली भुवा,।कजल्यो सो बहनोई मांगा, गोरा बाई बहना,गोर ए गणगौर माता खोल ए किवाड़ी, खेलन दो गणगौर भंवर। म्हाने पूजन दो दिन चार।
उठी उठी गवरा निंदाड़ो खोल, टिकी दो भई टिकी दो और बाड़ी आला बाड़ी खोल ।
जैसे मधुर गणगौर गीतों के साथ कस्बों में नवविवाहिता और बालिकाओं का पर्व गणगौर महोत्सव जोर शोर से मानया, मोहल्ले में घर-घर बालिकाओं द्वारा समूह के रूप में गणगौर की पूजा की जा रही है ,परिवार व मोहल्ले की लड़कियों द्वारा राजस्थानी में रंग बिरंगी पोशाक की पगड़ी लगाकर शिव स्वरूप ईशर जी व पार्वती गणगौर माता के रूप में धूमधाम से नाचते गाते गणगौर उत्सव मनाकर बनोला घर घर जाकर देते है। धूलडी से शुरू हुए सोलह दिवसीय गणगौर पूजन उत्सव में बालिकाएं अच्छे वर और अच्छे घर की कामनाओं को लेकर मां पार्वती स्वरूप गणगौर का पूजन कर रही है घरों की छतों पर मिट्टी के पालसियो मे रखी होलिका दहन के राख से बनी पिंडोलियो को अबीर ,गुलाल, पुष्प, हरि दुब, कांसी के बाटके मे पानी व दही से गणगोर गीतों के गायन के साथ पूजन कर रही है इस दौरान अबीर, गुलाल, और विभिन्न प्रकार के गवारा परिवार का चित्र भी बना रही है, गणगौर पूजन उत्सव के दौरान दांतनिया देने,रात्रि मे मोहल्ले मे घुडला घुमाने, गवारा का बसा देने और गणगौर को गोठो का आयोजन भी हो रहा है। गौतम सेवा ट्रस्ट की महिला मंडल की संयोजक लीला पंचारिया ने बताया की ट्रस्ट की ईमृति जोशी, मैना पंचारिया, मंजु पानेचा, इंदु उपाध्याया ,आरती पंचारिया, किसना पुरोहित, सहित कॉलोनी की संखियो के साथ गौतम गार्डन से पूजन उत्सव की पूर्णाहुति पर गणगौर माता को कुए पर ले जाकर पानी पिलाने की व सुसराल पहुँचाने की रस्म होगी। गणगौर माता के शहर कई जगह मेले भी भरे जाएंगे, और जिसमें सबसे खास उत्साह जनक बीकानेर के जूनागढ़ से गवरजा माता की शोभा यात्रा को देखने के लिए पूरा शहर देखने को उमर जाता है।जिसमे महिलाएं व लड़कियां का मेले में उत्साह देखने को मिलता है । अन्नपूर्णा बच्छ ने ट्रस्ट के कार्यकर्म मे आई हुई सभी संखीयों का आभार प्रकट करके धन्यवाद ज्ञापित किया।