बीकानेर 22 जून । दमकारी नीतिया साबित करती है कि केन्द्र सरकार अंग्रेजी हुकूमत के पदचिह्नों पर चल रही है कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को ईडी द्वारा दिया गया समन आम जन का मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने का एक जरिया है यह बात शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने स्थानीय लक्ष्मी हेरिटेज में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि बार बार कांग्रेस शीर्ष नेताओं सोनिया गांधी व राहुल गांधी को पूछताछ के बुलाना और लगातार जांच एजेंसियों का हमला ये साबित करता है कि सरकार आमजन का मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने का एक प्रयास मात्र कर रही है। पिछले एक सप्ताह से राहुल गांधी से पूछताछ से साफ जाहिर है कि सरकार पूछताछ कम तमाम मीडिया बधुंओं को ईडी के दरवाजे तक उलझाकर रखना चाहती है।
जिससे मीडिया मुख्य समस्या की ओर से अपना ध्यान हटा ले और आम जन की समस्याओं तक वो ना पहुंच सके। ये भारत के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब किसी मुख्य विपक्षी दल के नेताओं को इस तरह से कानूनी दावंपेचों के जरिए परेशान किया जा रहा है एवं सरकार अपने दमकारी रवैये से विपक्ष की आवाज को कुचलने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि ये जग जाहिर है कि सरकार पहले भी कई फैसलों से यूर्टन ले चुकी है। जो जाहिर करता है कि सरकार के पास ना तो कोई थिंक टैंक ना ही कोई सुनियोजित तरीके से कोई योजना लागू करने की सोच है। इसका ताजा उदाहरण है अग्निपथ योजना जिसमें लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है एवं लाखों की तादाद में युवाओं को आन्दोलन की राह में झोंक दिया गया है।
ये दुर्भाग्यपूर्ण है और उससे भी बड़ा दुर्भाग्य ये है कि जब कांग्रेस शांति पूर्ण एवं लोकतांत्रिक तरीके से विरोध जता रही है तो उनपर बल प्रयोग किया जा रहा है। ये साबित करता है कि सरकार अंग्रेजों वाली सांमतशाही एवं दमनकारी तरीके सेअंहिसावादी आंदोलन को कुचलना चाह रही है। सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष कमल कल्ला ने कहा कि भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राष्ट्रीय संगठन व दल के मुख्यालय में उसका कार्यकर्ता और नेता नहीं जा सकता। वहां पर पुलिस का पहरा तथा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं-नेताओं की गिरफ्तारी केन्द्र सरकार की ओछी मानसिकता को इंगित करती है। कमल ने बताया कि बीकानेर के सौ सेवादल कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में गिरफ्तारी दी, आगे भी सेवादल सत्याग्रह आंदोलन के जरिए लगातार अहिंसक तरीके से राष्ट्र हित में संघर्ष करता रहेगा । सेवादल के शहर अध्यक्ष अनिल व्यास ने कहा कि मैं भी मजदूर नेता रहा हूं और यूनियन के संगठनात्मक ढांचे में कार्य किया है एवं सरकारों का जमकर विरोध किया पर ऐसी दमकारी अंग्रेजी सोच की सरकार मेरे जीवन में नहीं देखी।
दुर्भाग्य देखिये कि हमारे ही कार्यालय में हमारे ही लोगों के लिए लाए गए खाना और पानी के टेंकर को अंदर नहीं जाने दिया व जिन-जिन थानों में हमें बंद किया गया वहां पर ना तो बैठने की माकूल व्यवस्थाएं थी और ना ही भोजन पानी की व्यवस्था सरकार की तरफ से की गई। हमें अलोकतांत्रिक तरीके से घण्टों रोके रखा गया और देर रात को छोड़ा गया जिससे हमें हमारे मुकाम तक पहुंचने के लिए साधन ना मिल सके। ये अति कष्ट दायक है। इस अवसर पर दिल्ली के एआईसीसी कार्यालय के बाहर मार्च पास्ट करते हुए गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं का डॉ बी डी कल्ला ने सूत की माला पहनाकर एवम सेवादल कैप भेट कर सम्मानित किया। इससे पूर्व शहर सेवादल अध्यक्ष अनिल व्यास ने डॉ बी डी कल्ला का सम्मान किया पीसीसी सदस्य साजिद सुलेमानी ने कहा कि बीकानेर में सत्याग्रह आंदोलन डॉ कल्ला की देन हैं, उन्होंने 4 वर्ष पूर्व आमरण अनशन व आंदोलन को याद किया। मौके पर वीरेंद्र किराडू, साजिद सुलेमानी, ओम लोहिया, नी महाराज, छैलू सिंह, असलम, बलदेव व्यास, पीयूष, मदन बोहरा, मोहित आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।