” गुरु बिन भवनिधि तरहीं न कोई”
बीकानेर 29 जून । सन्त निरंकारी मिशन की बीकानेर ब्रांच की और से मुक्ता प्रसाद नगर स्थित चित्रकूट वाटिका में आध्यामिक सत्संग का आयोजन किया गया।जिसकी अध्यक्षता पठानकोट से आए मिशन के केंद्रीय प्रचारक महात्मा श्री जी, के द्विवेदी जी ने की। आपजी ने अपने संबोधन में फरमाया की यह मनुष्य जन्म हमे परमात्मा की भक्ति के लिए मिला है इसलिए इंसान को सर्वव्यापक ईश्वर को गुरु के माध्यम से जानकर भक्ति के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहिए।बीकानेर जोन के जोनल इंचार्ज बहन डा संध्या सक्सेना ने बताया कि जिस प्रकार पत्ता पेड़ से जुड़ा रहता है तो वो हरा ही रहता है यदि वह पेड़ से टूट जाए तो उसका अस्तित्व समाप्त हो जाता है इसी प्रकार मनुष्य यदि ईश्वर से जुड़ा रहता हैं तो जीवन में बहार ही रहती है।पठानकोट से आए मिशन के गीतकारों लव जी,संदीप जी और हैप्पी जी ने भक्तिरस से भरपूर गीतों की प्रस्तुति दी।इस अवसर पर चित्रकूट वाटिका समिति के सदस्यों ने माल्यार्पण कर अतिथि का स्वागत किया।क्षेत्रीय संचालक अशोक जी सक्सेना,सेवादल के अधिकारी कर्मवीर धवन,महिला विंग की इंचार्ज रमा छाबड़ा के मार्गदर्शन में सभी सेवादारों ने अपनी सेवाएं समर्पित की।
मंच का संचालन अरुण सक्सेना ने किया।