आज
बीकानेर 26 जून । श्री मुरली मनोहर धोरे पर अखंड संकीर्तन के तीसरे दिवस पर संकीर्तन से भाव पूर्ण वातावरण हो गया। वृंदावन मंडली के प्रमुख आशुतोष जी महाराज के कीर्तन से पंडाल में बैठे सैकड़ों श्रद्धालु एक साथ उच्च स्वर में कीर्तन करने लगे।
एवम् उड़ीसा से आई कीर्तन मंडली मरदग वादन में साथ साथ खड़े कीर्तन करने से परिदृश्य से बीकानेर एवम् आस पास से आए हुए सत्संगी भाव विभोर होकर कीर्तन करने लगे । शिव जी सुथार ने शास्त्रीय संगीत की रागों से संकीर्तन कर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। वृन्द्रावन से पधरे संत गोपी राम जी महाराज ने संगीत मय महामंत्र से सभी को एक साथ गायन करवाया। कीर्तन के मध्य में स्वामी जी महाराज के प्रवचन की कैसिट को सुनाया गया । स्वामी जी श्री रामसुखदास महाराज ने कहा कि संसार को नापसंद एवम् भगवान को पसंद कर लो । किसी वस्तु को नापसंद करने से उसकी ओर से मन अपने आप हट जाता है और पसंद करने से उस वस्तु की ओर मन आकृष्ट हो जाता है । अपने प्रवचन में महाराज जी ने कलियुग में भगवान नाम की विशेष महिमा बताया । मुरली मनोहर धोरे पर कीर्तन में पहुंचने के लिए शीतला गेट , हल्दीराम प्याऊ, उदासर फांटा, जेल रोड़ , जसुसर गेट , सुजानदेसर, नोखा से बसों की निशुल्क व्यवस्था की गई है । आयोजन समिति से जुड़े मुकेश अग्रवाल ने महासंकीर्तन के इस महा आयोजन में भाग लेने के लिए सभी श्रद्धालु लोगो निमंत्रित किया ।