बीकानेर, 07 जुलाई। साझी विरासत के तत्वावधान में हड्डी एवं जोड़ रोग एवं नी रिप्लेसमेंट की उपयोगिता विषय पर मुरलीधर व्यास कालोनी में सेमिनार का आयोजन किया गया । सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में जयपुर से हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ एवं नी रिप्लेसमेंट विशेषज्ञ युवा चिकित्सक डॉ मिहिर थानवी थें । सेमिनार की अध्यक्षता वरिष्ठ कला समीक्षक अशफ़ाक कादरी ने की तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मैनेजमेंट गुरू शिवकुमार पुरोहित थे।
इस अवसर पर युवा चिकित्सक डॉ मिहिर थानवी ने कहा कि बदलते समय में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में परिणाम देने वाले बदलाव आने लगे हैं चिकित्सा विज्ञान ने अत्यधिक प्रगति की है उसी का परिणाम है कि घुटने का प्रत्यारोपण मुश्किल नहीं लग रहा है उन्होंने कहा कि घुटने का इलाज अब तक केवल अमीर लोगो तक सीमित था। थानवी ने कहा कि इलाज की गुणवत्ता के साथ आम आदमी के लिए सुलभ हुआ है, थानवी ने कहा कि राजस्थान सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के कारण प्रत्येक व्यक्ति को घुटना प्रत्यारोपण की सुविधा बड़े अस्पतालों में मिलने लगी है ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि शिवकुमार पुरोहित एवं सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए अशफ़ाक कादरी ने आह्वान किया कि वर्तमान समय में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में आम आदमी को इलाज से पहले शिक्षित होना चाहिए और इस तरह के सेमिनार का आयोजन नियमित रूप से होने की आवश्यकता जताई।
सेमिनार के दौरान डॉ मिहिर थानवी का नागरिक अभिनंदन किया गया, अतिथियों ने डॉ थानवी को अभिनंदन पत्र, शाल,श्री फल स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया ।
कार्यक्रम में साझी विरासत के संयोजक साहित्यकार राजेन्द्र जोशी ने डॉ मिहिर थानवी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला । साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया । सेमिनार में बृजगोपाल जोशी, मोहम्मद साबिर, डॉ गोपाल मोहता, सुभाष चन्द्र,तैराकी संघ के सचिव गिरिराज जोशी, अन्तर्राष्ट्रीय तीरंदाजी टीम के कोच अनिल जोशी, जेपी थानवी, मीडिया विशेषज्ञ बरखा व्यास सहित अनेक महानुभावों ने प्रश्न रखें जिनका उत्तर डॉ मिहिर थानवी ने विस्तार से दिये । लेखा विशेषज्ञ दिनेश चूरा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया ।