बीकानेर ,29 जुलाई। जैन स्कूल गंगाशहर रोड के सामने स्थित कब्रिस्तान की ज़मीन को जैन पब्लिक स्कूल के निजी ट्रस्ट को यूआईटी द्वारा नाजायज तरीके से सुपुर्द किए जाने के खिलाफ़ आज सर्व समाज की मीटिंग हुई।
कांग्रेस पार्षद प्रतिनिधि मुजीब खिलजी के निवास पर आयोजित बैठक में बताया गया कि उक्त भूमि कब्रिस्तान की थी जिसमें आज भी कब्रें मौजूद हैं और इनके चारों और यूआईटी द्वारा चारदीवारी की ओट की गई है। उक्त भूमि की सीमा पर भी यूआईटी ने अपने खर्च से चारदीवारी करवाई।
यूआईटी ने उक्त भूमि पर सार्वजनिक भारतमाता पार्क बनाने का निर्णय लिया तो मुस्लिम समाज ने बड़ा दिल रखते हुए सार्वजनिक हित में इस जमीन की कुर्बानी देने का निर्णय लिया। लेकिन हैरत की बात है कि भारतमाता पार्क निर्माण के निर्णय के बावजूद सारे निर्णय और जनभावना को दरकिनार कर गुपचुप तरीके से मिलीभगत से उक्त भूमि को ना जाने कब निजी संस्था जैन पब्लिक स्कूल के सुपुर्द कर दिया गया। हाल ही में यूआईटी द्वारा निर्मित दीवार पर किसी ने लिखा कि यह भूमि ट्रस्ट की निजी पट्टेशुदा भूमि है। इससे सार्वजनिक तौर पर यह खुलासा हुआ कि भूमि संस्था के सुपुर्द कर दी गई है।
इस तरह नादिरशाही करके हुए कब्रिस्तान भूमि को किसी संस्था को सुपुर्द करना का मीटिंग में मौजूद तमाम लोगों ने एक स्वर में विरोध किया और तय किया कि प्रशासन से मिलकर पुनः यह भूमि भारतमाता पार्क हेतु दिलवाने का प्रयास करेंगे। साथ ही कब्रों तक पहुंच का सुरक्षित मार्ग भी तय करवाएंगे।
मीटिंग में जैन स्कूल से आचार्य बगेची का नया रास्ता निकालते वक्त यूआईटी ने हमाल समाज कब्रिस्तान की काफ़ी जमीन अवाप्त की थी। जिसकी भरपाई यूआईटी से करवाने की बात भी तय की गई। साथ ही इस नई सड़क के निर्माण के लिए काटे गए कब्रिस्तान के ढीगे की दीवार की ऊंचाई कम होने से पिछले दिनों एक हिस्सा ढह गया, जिससे जान माल का खतरा बढ़ गया है। इसको रिपेयर कर दीवार की ऊंचाई बढ़ाने और अन्य विकास हेतु यूआईटी और नगर निगम से बात करने का निर्णय लिया गया।
कब्रिस्तान में पानी की व्यवस्था हेतु लाइन बिछाने और अंडर ग्राउंड टंकी बनाने के लिए पीएचईडी अधिकारियों के संपर्क करने हेतु चर्चा हुई।
पार्षद प्रतिनिधि अकबर खादी की अध्यक्षता में आयोजित मीटिंग में पार्षद ताहिर हसन, सुरेन्द्र डोटासरा, मुजीब खिलजी, वसीम फिरोज़ अब्बासी, शहजाद भुट्टा, सुभाष स्वामी, वेद मर्मज्ञ पंडित गायत्री प्रसाद शर्मा और सर्व समाज के प्रतिनिधि मौजूद थे।