दान की बताई महिमा, पद्मावती माता का किया पूजन
बीकानेर, 22 जुलाई। श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्री संघ के तत्वावधान में चातुर्मासिक प्रवचन शृंखला में शुक्रवार को साध्वी अक्षयदर्शना ने कहा कि हृदय से की गई प्रार्थना परमात्मा तुरन्त स्वीकार करते हैं। प्रार्थना में बहुत शक्ति होती है। कोई भी कार्य की शुरुआत हो अथवा कोई भी संकट-बाधा हो उस समय सच्चे मन से यदि प्रार्थना करें तो सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। साध्वी सौम्यदर्शना ने कहा कि चातुर्मास की अवधि में जप-तप, दान-धर्म करके अपनी आत्माशुद्धि का कार्य कर सकते हैं।
दान की महिमा बताते हुए साध्वीश्री ने कहा कि श्रद्धा व समर्पण भाव के साथ ही सामथ्र्य के अनुसार अवश्य दान करना चाहिए। संघ पूजा का लाभ संपतलाल कैलाशचंद कोचर परिवार द्वारा लिया गया। जितेन्द्र कोचर ने बताया कि दोपहर में माता पद्मावती का विशेष पूजन साध्वी सौम्यप्रभा के सान्निध्य में किया गया। इस दौरान अभिषेक व आरती के साथ ही संकीर्तन का आयोजन किया गया।