बीकानेर , 24 जुलाई। शहर की तीनों गोचर भूमि की संयुक्त मीटिंग सुजानदेसर में मीराबाई धोरे पर महामंडलेश्वर श्री सरजू दास जी महाराज कैलाश धाम के सानिध्य में रखी गई! जिसमें तीनों गोचर भूमि के पदाधिकारियों के साथ कई सामाजिक संगठन, गौ भक्तों व पर्यावरण सरंक्षण से जुड़े लोगों ने भाग लिया।
महाराज जी ने कहा कि बीकानेर जिले के सभी संत महापुरुषों का गोचर सरंक्षण हेतु सम्मेलन किया जायेगा। तथा गोचर सरंक्षण हेतु समाज के हर वर्गों को आगे आना होगा। महाराज जी के नेतृत्व में तीनो गोचर की सयुक्त कमेटी बनाई गई जो मंदिर की आड़ में गोचर भूमि पर अतिक्रमण करने वालो के खिलाफ कार्यवायी करेंगी इस कमेटी में तीनों गोचर भूमि से दो दो सदस्य व दो दो एडवोकेट को लिया जायेगा। हेम शर्मा ने गोचर भूमि की सीमाओं पर अधिक से अधिक पेड़ लगाने का सुझाव दिया तथा तीनो गोचर की 2000 बीघा गोचर भूमि पर सरकार द्वारा अधिग्रहण करने के बदले गोचर के समीप भूमि प्रर्दान करने का सुजाव दिया। यादवेंद्र चौधरी ने गोचर भूमि में देशी नस्ल की गौ वंश कम होने पर चिंता जाहिर की तथा लोगों को देशी गाय पालने व उसका दूध का उपयोग करने पर बल दिया।
मिलन गहलोत ने गोचर भूमि पर अधिक मात्रा में पनप रहे कींकर पर चिंता जाहिर की। विजय कोचर ने गोचर सुरक्षा पर बल दिया। गंगाशहर गोचर के अध्यक्ष बंशीलाल तंवर ने गोचर भूमि की सुरक्षा हेतु बन रही दिवार के सभी भामाशाहों का आभार व्यक्त किया। निर्मल बरड़िया ने गोचर भूमि में देशी गौ वंश की बजाय भैंस,बकरी,ऊँट,अमेरिकन गाय के चरने पर खेद व्यक्त किया। सूरजप्रकाश राव ने गोचर भूमि पर हुवे अतिक्रमण पर कार्यवाही करने पर बल दिया।
भीनासर गोचर भूमि से जुड़े हरीश गहलोत ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस आयोजन में कैलाश सोलंकी, धनपत मारू, अशोक शर्मा,मनोज भाटी, देवकिशन गहलोत,अजित,तोलाराम,भोजराज, चतुर्भुज, मनोज सेवग,मालचंद जोशी,अशोक कुमार, प्रेमसिंह, गोपाल सोनी,नेमीचंद सांवरलाल, अशोक कच्छावा, तुलसीराम, गोपीकिशन, दुलीचंद,तोलाराम, आशा राम,मांगीलाल, ताराचंद आदि गणमान्य लोगों ने भाग लिया।