श्रद्धाभाव व विचार शुद्ध व उत्तम रखे.-साध्वीश्री मृगावतीजी

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बीकानेर 10 अगस्त। साध्वीश्री मृगावती सुरप्रियाश्रीजी व नित्योदयाश्रीजी के सान्निध्य में बुधवार को रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में दो श्रावकों सहित 33 सौभाग्य कल्पवृक्ष तपस्वियों अभिनंदन व 11 दिन की तपस्या करने वाली चंचल नाहटा के तप की अनुमोदना की गई। साध्वीवृंद के सान्निध्य में 14 अगस्त 22 से 15 अगस्त 2022 तक जप तपए पूजा के अनुष्ठान शुरू किए जाएंगे।


श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा भीखमचंद बरड़िया कोषाध्यक्ष चातुर्मास व्यवस्था समिति के संयोजक निर्मल पारख समिति सदस्य हस्तीमल सेठी छगन लाल भुगडी मनोज सेठिया मनीष नाहटा व अनिल सुराणा ने सौभाग्य कल्पवृक्ष तपस्वियों का स्मृति चिन्ह आदि से अभिनंदन किया। तपस्या करने वालों में कृष्ण कुमार लूणियां व उनकी पत्नी अंजूदेवी ;पति पत्नी शामिल थे।


विचारों में शुद्धता व पवित्रता रखें
साध्वीश्री मृगावतीजी व साध्वीश्री नित्योदयाश्री ने ज्ञाता धर्मसूत्र व एक कथानक के माध्यम से बताया कि व्यक्ति को विचारों में शुद्धता व पवित्रता तथा देवए गुरु व धर्म के प्रति श्रद्धा रखनी चाहिए। विचारों की शालीनता व श्रद्धा व्यक्ति को आगे बढाती है। अनईच्छा से परमात्मा की वाणी सुनने से रोहिणी चोर का कल्याण हो गया। श्रद्धाए शुद्ध भावना व विचारों की पवित्रता के साथ परमात्मा की वाणी को सुनकर हृदयगंम करें। अनाशक्त भावों श्रद्धा व भक्ति से जीवन ओरा व आभामंडल प्रभावी होता है। गुणीजन व अच्छे लोगों की संगत करें।

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