बीकानेर, 26 अगस्त। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी और संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने शुक्रवार को भल्ला फाउण्डेशन ट्रस्ट द्वारा रामदेवरा मेले में सेवादारो के पहले जत्थे और लंगर सामग्री का हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर भाटी ने कहा कि भल्ला फाउण्डेशन द्वारा पिछले चार दशक से अधिक समय से मेले के दौरान सेवा कार्य किए जा रहे हैं, यह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि रुणिचा में भरने वाला बाबा रामदेव का मेला साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है। यहां हर जाति और सम्प्रदाय के लोग पूरी श्रद्धा के साथ के साथ पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि मेले, उत्सव और त्यौहार हमारे जीवन में नई ऊर्जा का संचार करते हैं। कोरोना संक्रमण के दो वर्ष बाद भरने वाले इस मेले का पूरे उत्साह और उमंग के साथ आनंद लिया जाए।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर पीठ के महानिदेशक मदन गोपाल मेघवाल ने कहा कि मेले और त्योहार हमारी सांस्कृतिक एकता को और अधिक सुदृढ़ करते हैं। आज के दौर में इनकी अधिक प्रासंगिकता है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान बीकानेर की अनेक संस्थाएं सेवा भाव के साथ जुटती हैं। भल्ला फाउंडेशन द्वारा इस परंपरा का निर्वहन बखूबी किया जा रहा है।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि रुणिचा का मेला पूरे देश में विशेष पहचान रखता है। यहां देश के कौने-कौने से जातरु आते हैं। उन्होंने कहा कि बीकानेर संभाग से गुजरने वाले मेलार्थियों को किसी प्रकार की समस्या नहीं हो, इसके मद्देनजर सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई है। उन्होंने आह्वान किया कि पैदल यात्री भी प्रशासनिक व्यवस्थाओं और नियमों की पालना करें।
भल्ला फाउण्डेशन के व्यवस्थापक हीरालाल हर्ष ने कहा कि संस्थान द्वारा पिछले 42 वर्षों से सेवा कार्य अनवरत किए जा रहे हैं। इस दौरान प्रतिदिन हजारों जातरुओं के लिए लंगर की व्यवस्था की जाती है।
संस्था के सचिव राजेन्द्र जोशी ने बताया कि शनिवार से 5 सितम्बर तक रुणिचा में जातरुओं के लिए भोजन की व्यवस्था रहेगी। वहीं दर्शन के लिए पंक्ति में खड़े जातरुओं को पेयजल की सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी।
रोटरी क्लब के गर्वनर राजेश चूरा ने मेले की व्यवस्थाओं से जुड़े अनुभव सांझा किए।
भल्ला फाउण्डेशन के अध्यक्ष तोलाराम पेड़ीवाल ने आगंतुकों का आभार जताया। इस दौरान रवि पारीक, अरविंद मिड्ढा, मदनमोहन व्यास, महेश व्यास, जन्मेजय व्यास, हरीकिशन जोशी, ताराचंद सेठी, बृजगोपाल जोशी, मोहनलाल जोशी, राजारामस्वर्णकार, नारायणदास रंगा, एडवोकेट महेंद्र जैन, मंगलचंद रंगा,
बिंदुप्रसाद रंगा, अनिल जोशी मौजूद रहे।