राजौरी में भारतीय सेना के केम्प पर आतंकियों के हमले से आहत हुए भदौरिया ने रक्षाबंधन पर नहीं बंधवाई राखी
आज राजौरी, भारतीय सेना के केम्प पर आतंकवादियों के हमले से सावधान इंडिया 077 के दिनेश सिंह भदौरिया इतने आहत हुए की रक्षाबंधन के पावन पर्व पर अपनी बहनों से भी राखी नहीं बंधवाई।
इस हमले में भारतीय सेना के तीन जवानों की शहादत से आहत ओर दुःखी भदौरिया का यह कहना है कि आज उन वीर शहीदों के बहनों के दिल पर क्या गुजर रही होगी।
उन बहनों की पीड़ा क्या कम है और ऐसी स्थिति में मैं कैसे राखी बंधवा सकता हूं।
आखिर भारतीय हूं, देश भक्त हूं, उन वीर शहीदों की भी तो ईच्छा रही होगी कि आज रक्षाबंधन पर अपनी बहनों से राखी बंधवाते।
रक्षाबंधन के पावन दिन इन बहनों ने अपने वीर भाईयों को खोया है, ओर हमारे सनातन धर्म में कहा गया यह कि जो दूसरे की पीड़ा को जो आत्मसात न करे महसूस न करे वह सच्चा सनातनी नहीं हो सकता।
इस दुखदायी, पीड़ादायी, ओर आम जनमानस को इस पवित्र पावन दिन इस घटना ने विचलित कर दिया है , कैसे आज के दिन भी पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद समूल नष्ट नहीं हुआ है।
में देश के प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री से निवेदन करता हूं कि इस घटना को साधारण न समझ शीघ्र अतिशीघ्र पूर्व की भांति पाकिस्तान के टेरीरिस्ट केम्पस पर आक्रमण कर इसका बदला लिया जाए ओर शोक संतप्त शहीदों के परिजनों को प्रधानमंत्री स्वयं उनके घर जाकर उनके परिजनों को न केवल सांत्वना दें, साथ ही उनके परिजनों को आर्थिक सहायता भी मुहैया करवाई जाए।
भदौरिया ने आज ये संकल्प लिया है कि वे अपने साथी श्री सलीम भाटी के साथ शीघ्र ही राजौरी मे शहीद हुए तीनों वीर सपूतों के घर जाकर उनकी बहनों से राखी बंधवायेंगें।