बीकानेर,28 अगस्त। रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में रविवार को साध्वीश्री मृगावती,सुरप्रिया व नित्योदया के सान्निध्य में पर्वाधिराज पर्युषण के शनिवार को जैन धर्म के प्रमुख आगम ’कल्पसूत्र’’ के प्रसंगानुसार भगवान महावीर का जन्मोत्सव भक्ति भाव से मनाया गया। उपासरों में सुनील पारख के भक्ति गीतों की धूम रही वहीं अनेक बालिकाओं ने त्रिशलानंदन के जन्मोत्सव पर नृत्य नाटिकाओं की प्रस्तुतियां दी।
भगवान महावीर की माता त्रिसलादेवी को स्वप्न में दिखाई दिए 14 प्रतीकों, वस्तुओं की झांकी प्रदर्शित की गई। बोली के माध्यम से प्रतीकों का पूजा की गई। अमृतकाल में साध्वीश्री मृगावती ने कल्पसूत्र के भगवान महावीर के जन्म के अंश को सुनाया जयकारों व शंख नाद,कांसी की थाली की झंकार थाली और से उपासरा गूंज उठा। उपासरे में लगे भगवान महावीर के पालने को श्रावक-श्राविकाओं ने श्रद्धा भाव से झुलाया। पालने को शोभायात्रा के साथ गोगागेट के बाहर आशादेवी, बंशीलालजी, धनराजजी गुलगुलियां के निवास पर ले जाकर प्रतिष्ठित किया गया।
पार्श्वचन्द्र गच्छ उपासरे में भगवान महावीर का जन्मोत्सव आज
बीकानेर, 28 अगस्त । आसानियों के चौक के बड़े उपासरे में रविवार को जैन श्वेताम्बर पार्श्वचन्द्र सूरिश्वरगच्छ संघ की साध्वीश्री पद््म प्रभा के सान्निध्य में साध्वीश्री सुव्रताश्रीजी ने पर्युषण पर्व प्रवचन में प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ से लेकर 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर के काल में साधु-साध्वियों की साधना, श्रद्धा व भक्ति तथा जीवनचर्या से अवगत करवाया। सोमवार को भगवान महावीर का जन्म कल्याणक का वांचन कर, त्रिशलामाता के स्वप्न में दिखाई दीए प्रतीकों का प्रदर्शन कर जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा, अचौर्य, अपरिग्रह,ब्रह््मचर्य का संदेश देने वाले परमात्मा महावीर स्वामी के जन्म, चव्यन, दीक्षा व केवल्य ज्ञान के उतरा फाल्गुनी नक्षत्र में तथा मोक्ष स्वाति नक्षत्र में हुआ। जैन श्वेताम्बर पार्श्वचन्द्रगच्छ के अध्यक्ष रवि कुमार रामपुरिया, मंत्री प्रताप रामपुरिया सहित उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं ने चैत्य परिपाटी (जिन मंदिर दर्शन) के लाभार्थी चंदनमल, भंवर लाल, सुनील कुमार, जयंत व रक्षित रामपुरिया परिवार की अनुमोदना करते हुए अभिनंदन किया।
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