टुडे राजस्थान न्यूज़
बीकानेर, 09 सितम्बर। ढोल-नगाड़ो की लयबद्ध आवाजों के बीच नाचते-गाते श्रद्धालुओं की भीड़ और गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आ… के स्वरों के बीच गणेश प्रतिमाओं का गुरुवार को तालाबों में विसर्जन किया गया। गणेश चतुर्थी से शुरू हुए दस दिवसीय गणेश पूजन महोत्सव की पूर्णाहुति पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु अबीर-गुलाल को हवा में उड़ाते और डांडिया नृत्य करते प्रतिमाओं का विसर्जन करने पहुंचे। तालाबों के पास प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। इस दौरान दस दिनों तक घर-घर और गली-मोहल्लों में सजाए गए पांडालों में स्थापित गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इससे पहले प्रतिमाओं का पूजन कर आरती की गई।
अबीर, गुलाल, इत्र आदि सामग्रियों से पूजन कर लम्बोदर के मोदक का भोग अर्पित किया गया। प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं के चेहरों पर खुशी के साथ दस दिनों तक पूजित गणेश प्रतिमाओं को जल में विसर्जित करने की उदासी भी देखी गई। देवीकुंड सागर व संसोलाव तालाब में बड़ी संख्या में प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। वहीं कई प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए श्रीकोलायत सरोवर ले जाया गया। प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान बालिकाएं व महिलाएं भी मौजूद रही।
पुष्प वर्षा से स्वागत
गणेश प्रतिमाओं की शोभायात्राएं जिन मार्गो से होकर निकली उन मार्गो पर श्रद्धालुओं ने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना कर पुष्प वर्षा से शोभायात्रा का स्वागत किया। कई स्थानों पर सड़कों के दोनों ओर खड़े बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गजानन्द की चरण वंदना कर मनवांछित फल की कामनाएं की।
हवन में दी आहुतियां
दस दिवसीय गणेश पूजन महोत्सव की पूर्णाहुति पर घरों व पांडालों में स्थापित गणेश प्रतिमाओं के दर्शन-पूजन का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया। पूर्णाहुति पर मंत्रोच्चार के बीच हवन में आहुतियां दी गई व महाआरती की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में मोहल्लेवासी उपस्थित रहे। घर-घर में चल रहे गणेश पूजन महोत्सव की पूर्णाहुति पर घर-परिवार के सदस्यों ने पूजन कर आरती की व हवन में आहुतियां दी। कई स्थानों पर महाप्रसाद के आयोजन हुए।