बीकानेर 28 सितंबर । राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के दो दिवसीय शैक्षिक सम्मेलन के मुख्य अतिथि नोखा नगरपालिका के वॉइस चेयरमैननिर्मल भूरा ने अपने उद्बोधन में कहा कि गुरु का स्थान समाज में सर्वोपरि है गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरा अर्थात गुरु संसार का वो सर्वश्रेष्ठ प्राणी है जो निस्वार्थ भाव से अपने शिष्य का सर्वांगीण विकास करने मे समाज की दिशा बदलने का कार्य करता है।
राजकीय बाबा छोटू नाथ उच्च माध्यमिक विद्यालय नोखा में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के खुले सत्र में शिक्षकों द्वारा विभाग से सम्बन्धित शिक्षकोकी समस्याओं को संकलित कर समेकित प्रतिवेदन तैयार कर शिक्षा निदेशालय व राजस्थान सरकार को भिजवा ने लिए तैयार किया गया, इसमें स्टाफिंग पैटर्न, स्थानांतरण नीति, नामांकन के अनुरूप भौतिक सुविधाएं, शिक्षक भर्ती, व गैरशिक्षिक कार्यों से शिक्षक को मुक्त रखा जाए, सहायक कर्मचारी की नियुक्ति आदि पर खुली चर्चा करके खुले सत्र में प्रस्ताव लिए गए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एसीबीओ
सेकंड ओम प्रकाश पुनिया ने अपने उद्बोधन में आज शिक्षक ही समाज को दिशा देता है इसलिए शिक्षकों पूर्ण मनोयोग से समाज को व विद्यार्थियों को निस्वार्थ भाव से शिक्षण करवाया जाना चाहिए। शिक्षकों हमेशा सृजनशील रहना चाहिए और नवाचार से अपने शिष्य को अवगत कराना चाहिए। इस अवसर पर प्रदेश संयुक्त मंत्री सुरेश कुमार व्यास ने बताया कि संगठन में कार्यकर्ता, कार्यालय,कोष का बहुत महत्व है अतः ज्यादा से ज्यादा सदस्यता पर बल देना चाहिए। नोखा उपकोष के लेखा अधिकारी रमेश कुमार व्यास ने बताया कि शिक्षकों की समस्या जब शिक्षक स्वयं चाहेगा तो अपने स्तर पर समाधान ढूंढ लेगा राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के सभी कार्यकर्ता इन समस्याओं से जूझते हुए जो विद्यालय में कार्य कर रहा है वह बहुत ही अनूठा वह सराहनीय है।
प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री रवि आचार्य ने अपने उद्बोधन में बताया कि राजस्थान शिक्षक संघ जो कि प्रदेश का एकमात्र सबसे बड़ा संगठन है हमेशा रचनात्मक कार्य करके सरकार को सुझाव देकर समस्याओं का समाधान ढूंढता है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के सभी कार्यकर्ता अपने आप को अनुशासित हुए मर्यादित रखते हुए समाज हित राष्ट्रहित छात्र हित में रचनात्मक व सामाजिक सरोकार के कार्य करता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत्त अतिरिक्त संयुक्त निदेशक चंद्रशेखर हर्ष अपने उद्बोधन मेकहा की
शिक्षक ही समाज का वह घटक है जो स्वयं संगठित रहते हुए सभी कार्यों को संपन्न करने में कर्तव्य के साथ-साथ अधिकारों की बात करता है दूसरे संगठनों में अधिकार पहले हैं कर्तव्यनिष्ठा बाद में जबकिराजस्थान शिक्षक संघ प्रतिवर्ष कर्तव्य बोध पख्वाडा मना कर कर्तव्य प्रति समर्पित रहता है। कार्यक्रम के विशेष अतिथि मंडल संयुक्त मंत्री ओमप्रकाश रोड़ा में
सभी शिक्षकों को धन्यवाद दिया वअपने उद्बोधन में कहा की शिक्षकों की उदासीनता के कारण ही शिक्षक समस्याएं जो आ रही है उनका समाधान नहीं हो रहा है संगठन के आवाह्न पर सभी शिक्षकों को संगठित होकर एकजुट होना चाहिए तभी जाकर के शिक्षक समस्याओं का समाधान हो सकेगा। कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष मोहनलाल भादू ने दूरदराज से पधारे हुए शिक्षक शिक्षिकाओं का आभार प्रकट किया उन्होंने बताया की सदस्यता संगठन के लिए रीड की हड्डी का कार्य करती है इसलिए मैं ज्यादा से ज्यादा सदस्यता पर बल देना चाहिए सदस्यता पर और को भी शिक्षा की हर मांग मांगने पर मजबूर होना पड़ेगा सदस्यता व संघर्ष के कारण ही सरकार ने पुरानी पेंशन योजना लागू की इसे तो हम सरकार को धन्यवाद देते हैं। सम्मेलन के पर्यवेक्षक राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश बिश्नोई ने बताया कि आज पूरे प्रांत में भिन्न-भिन्न संगठनों के सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं परंतु राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की रीति नीति वह कार्यशैली अलग है इसके सभी सम्मेलनों में शिक्षकों की भागीदारी संतोषप्रद है। जिला सम्मेलन में जो शिक्षकों की समस्या आधारित प्रस्ताव पारित हुए हैं वह प्रस्ताव शिक्षा निदेशालय हुए राजस्थान सरकार को इस मंच के माध्यम से भिजवाए जाएंगे। कार्यक्रम मे जिला संगठन मंत्री लेख राम गोदारा बताया कि हमारे संगठन के व्याख्याता श्याम सुंदर चौधरी जो राज्य स्तर पर सम्मानित हुए हैं उनका इस सम्मेलन में संगठन द्वारा सम्मान किया गया, सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षक केसरमल चौधरी व्याख्याता का भी सम्मान किया गया,। सर्वाधिक सदस्यता वाली उपशाखा बीकानेर नगर के नगर अध्यक्ष दिनेश आचार्य कोई स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। उनकी अध्यक्षता कर रहे हैं शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सुरेश कुमार दडिया ने सभी उपस्थित शिक्षकों को सम्मेलन में अपनी सहभागिता निभाने पर धन्यवाद देते हुए आवान किया की यह संगठन अन्य संगठनों से विचार धारा का संगठन है। कार्यक्रम के उपसंयोजक विक्रम थाकन का भी सम्मान किया गया। छोटू नाथ के प्रधानाचार्य, नारायण सारस्वत ने सभी संगठन के कार्यकर्ताओं व सदस्यो को को धन्यवाद दिया।