बीकानेर 16 सितंबर । गौ ग्राम सेवा संघ के आह्वान पर राजस्थान के 33 जिलों के गौसेवी संस्थाएं, गौशाला संचालक, सामाजिक संगठन, गौ भक्तों, साथ संतो के पावन सानिध्य में एक वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया ।
इस बैठक में कद्दावर नेता देवी सिंह जी भाटी, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री नरपत सिंह जी शेखावत,गौ ग्राम सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष ललित दाधीच, गौ ग्राम सेवा संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश जी गोप्लानी, हाडोती गौ सेवा संघ के खेमचंद यादव, मेवाड़ गोशाला संघ के श्याम चौबीसा, दशरथ सिंह जी सोलंकी, मारवाड़ गोशाला संघ के हर नारायण सोनी, शेखावटी गौशाला संघ के कान सिंह निरवाण, हनुमान सिंह पालवास, जयपुर गौशाला संघ के प्रवीण सोनी, राकेश कुमार आदि ने भाग लिया ।
इस अवसर पर माननीय देवी सिंह जी भाटी ने कहा कि राज्य सरकार जिस गति से कार्य कर रही है, उस गति से गोवंश को बचाना मुश्किल है, इसलिए हम सब को आगे आकर गौवंश को बचाने की चेष्टा करनी चाहिए, इसके लिए अति शीघ्र छोटी-छोटी टीमें बनाकर ग्रामीण क्षेत्र में गोवंश के इलाज के लिए जाना पड़ेगा। और वर्तमान में पूरे राजस्थान के अंदर अलग-अलग तरह के इलाज चल रहे हैं, उन सब लोगों को एकरुप बनाकर एक ही इलाज सभी को, गोशाला संचालकों को, गोपालको को उपलब्ध करवाया जावे और औषधि उपलब्ध करवाई जावे, ताकि गोवंश को अधिक से अधिक बचाया जा सके।
श्री देवी सिंह जी ने कहा कि राज्य सरकार जिन गोपालको की गाय की अकाल मृत्यु हो गई है, उन्हें तुरंत प्रभाव से मुआवजा प्रदान करें,अन्यथा जनता को मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा ।
ज्ञज्ञइस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री नरपत सिंह जी ने सभी गौशाला संचालकों गौ भक्तों का आह्वान किया कि, गाय को यदि बचाना है तो हम सब को आगे बढ़कर कार्य करना होगा, सरकारों के भरोसे कुछ होने वाला नहीं है, सरकारे जिस सुस्ती से कार्य कर रही है, उससे तो ऐसा लगता है कि यह गाय को समूल नष्ट करने के ऊपर उतारू है। अतः सभी गौ भक्त इसमें एकाग्र होकर सहयोग प्रदान करें। और एक औषधि को तय, करके उसी का प्रचार प्रसार पूरे राजस्थान में किया जावे।
इस अवसर पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ललित दाधीच ने कहा कि गोवंश के स्वास्थ्य के लिए गोपालको जागरूक करना है, इसके लिए जागरूकता सामग्री वितरण की जाए, पैम्फलेट आदि छपाकर लोगों में बांटे जावे और औषधि वगैरा कहां मिल सकती है इसके विषय में प्रत्येक गोपालक को बताया जावे।
वह सरकार अति शीघ्र गौशालाओं को अनुदान प्रदान करें और विकट स्थिति में गौशाला को अतिरिक्त राशि का भी भुगतान करें, ताकि निराश्रित गोवंश को गौशाला में लेजाकर उसकी भी सेवा की जा सके।
गौशालाओं ने सरकार के कहने पर कांरनटाईन सेंटर, आइसोलेशन सेंटर बनाए हैं परंतु उनकी जमा पूंजी भी इसमें खर्च हो चुकी है दानदाताओं के पास भी पैसा नहीं है और सरकार ₹1 भी इस विषय के लिए दे नहीं रही है।
अतः सरकार अति शीघ्र अतिरिक्त पैसा जारी कर गोवंश को बचाने की चेष्टा करें ।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर सरजू दास जी महाराज, सुखदेव जी महाराज, ब्रह्मचारी हरिश्चंद्र जी महाराज ने भी अपने विचार व्यक्त किए सभी को गोभक्तों ने एक सुर में गाय को बचाने के लिए सामूहिक चेस्टा ही कारगर सिद्ध हो सकती है, यह बात कही।
बैठक में अनिल भारद्वाज हरियाणा से उन्होंने वर्तमान में जो गाय का इलाज चल रहा है वह ठीक नहीं है, इसके लिए सरकार पोस्टमार्टम रिपोर्ट के द्वारा गाय के शरीर में क्या व्याधि हुई है, उसकी पूर्ण जानकारी में ले लेवे उसके बाद औषधि शुरू करें तो वह औषधि कारगर रहेगी।
संगठन के सुरेश कुमार जोशी ने कहा कि राज्य सरकार अति शीघ्र इस महामारी को राज्य आपदा घोषित करें, और अति शीघ्र वैक्सीन लगाने की व्यवस्था करें मात्र कागजों में आंकड़े प्रस्तुत ना करें।
इस अवसर पर जबर सिंह तरवाडा ने कहा कि वर्तमान सरकार ना तो,औषधि उपलब्ध करवा रही है, ना ही सरकार के पास में पर्याप्त चिकित्सा स्टाफ, है सरकार अति शीघ्र औषधि, वैक्सीन वह गौशालाओं को चिकित्सा उपलब्ध करवाएं।
बैठक में राजस्थान के 33 जिलो के गौशाला संचालक, गो सेवी संगठन,सामाजिक कार्यकर्ता, समाजसेवी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने ने भाग लिया।
संगठन के राधेश्याम जी बत्रा ने कहा कि पूरे राजस्थान में 21 सितंबर 2022 को इस विषय को लेकर ज्ञापन दिया जाएगा। यदि सरकार फिर भी नहीं जागी तो धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल भी की जाएगी।