बीकानेर 11 सितंबर । पर्यटन लेखक संघ और महफिले अदब की साप्ताहिक काव्य गोष्ठी आज गंगाशहर रोड़ स्थित होटल मरुधर हैरिटेज के विनायक सभागार में आयोजित की गयी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मधुरिमा सिंह ने कहा कि आज साहित्यकारों कवियों शायरों की ज़िम्मेदारी में इजाफा हुआ है।आज भारत ही नहीं पुरी दुनिया में नफ़रती तत्वों में भरपूर इज़ाफ़ा हुआ है। ऐसे में हमें कविता से लोगों को जोड़ने की बात करनी है।
इस अवसर पर उन्होंने अपनी कविताओं का वाचन भी किया।
संचालन करते हुए राजस्थान उर्दू अकादमी के सदस्य असद अली असद ने संस्थान की काव्य यात्रा के बारे में विस्तार से चर्चा की।
इस अवसर पर विशेष रूप से असद ने कोचर साहब को नमन किया।
वरिष्ठ शायर ज़ाकिर अदीब ने अपने कलाम से समां बांधकर मज़लूम की हिमायत की बात की।
हों ग़ैर की सरकार कि अपनों की हुकूमत
मज़लूम तो हर दौर में मज़लूम रहे हैं।
संचालन करते हुए असद अली असद ने मुहब्बत की बात कही
वो सियासत की बात करते हैं
हम मुहब्बत की बात करते हैं
वली मोहम्मद गौरी वली की ग़ज़ल भी सराही गई
हर एक हाथ में पत्थर है क्या किया जाए
निशाना उनका कई सर है क्या किया जाए
अशफ़ाक गौरी उफक़,इमदादुल्लाह बासित शकील अंसारी और आही बीकानेरी ने भी अपना कलाम सुनाकर दाद हासिल की।