क़ासिम का सम्मान गौरव की बात : कमल रंगा
बीकानेर 22 सितंबर । मेहंदी नगरी सोजत की शबनम साहित्य परिषद संस्था की संस्थापिका जमीला ख़ातून की स्मृति में आयोजित राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान समारोह में साहित्य नगरी बीकानेर के ख्यातनाम शायर, कवि, कहानीकार क़ासिम बीकानेरी को उनकी बेहतरीन साहित्यिक सेवाओं के लिए जमीला ख़ातून स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पेंशनर समाज अध्यक्ष लालचंद मोयल ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सोजत के वरिष्ठ साहित्यकार वीरेंद्र लखावत थे।
नगर के वरिष्ठ कवि कथाकार कमल रंगा ने मेहंदी नगर सोजत में क़ासिम बीकानेरी के सम्मानित होने पर ख़ुशी का इज़हार करते हुए उन्हें अपनी बधाइयां प्रेषित करते हुए कहा कि क़ासिम बीकानेरी का मेहंदी नगरी सोजत में सम्मानित होना न सिर्फ बीकानेर बल्कि पूरे राजस्थान के लिए गौरव की बात है।
संस्था अध्यक्ष अब्दुल समद राही ने कहा कि क़ासिम बीकानेरी ने एक श्रेष्ठ साहित्यकार के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाई है इनकी साहित्य सेवा पर हमें गर्व है। वे न सिर्फ कविता और शाइरी का सृजन करते हैं बल्कि एक कहानीकार और अनुवादक के तौर पर भी बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर शायर कवि क़ासिम बीकानेरी को संस्था द्वारा मोतियों की माला पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर तथा सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में वीरेंद्र लखावत ने क़ासिम बीकानेरी का परिचय दिया। कवि जगदीश गहलोत ने सम्मान पत्र का वाचन किया।
क़ासिम बीकानेरी के मेहंदी नगर सोजत में सम्मानित होने पर देश और प्रदेश के अनेक साहित्यकारों ने उन्हें बधाइयां प्रेषित की हैं। जिनमें वरिष्ठ कवि कथाकार कमल रंगा, नागरी भंडार ट्रस्ट के व्यवस्थापक नंदकिशोर सोलंकी, शाइर बुनियाद ज़हीन, गंगा विशन बिश्नोई, मौलाना अब्दुल वाहिद अशरफ़ी, लेखक इसरार हसन क़ादरी माजिद ख़ान ग़ौरी, मोहम्मद इस्हाक़ ग़ौरी, मुनींद्र अग्निहोत्री, मधुरिमा सिंह, सरदार अली पड़िहार, किशननाथ खरपतवार, नेमचंद गहलोत, गिरिराज पारीक, डॉ मोहम्मद फारुक़ चौहान, हरि नारायण आचार्य, राजेश रंगा,अनवर अली, हसन अली एवं पूनम मोदी ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं पेश की।