आरटीडीसी के कोलकाता व नॉर्थ ईस्ट प्रभारी हिंगलाज दान रतनू से नाल सिविल एयरपोर्ट पर विशेष बातचीत
बीकानेर / नाल , 11 अक्टूबर। राजस्थान पर्यटन विकास निगम [आरटीडीसी] के कोलकाता व नॉर्थ ईस्ट प्रभारी अधिकारी हिंगलाज दान रतनू ने मंगलवार को बीकानेर में कहा कि राजस्थान विश्व मानचित्र पर अपनी विशिष्ट पहचान रखता है। आरटीडीसी व पर्यटन विभाग के ऊर्जावान अधिकारियों की टीम इस हेतू सदैव तत्पर एवं प्रयत्नशील रही है। इसके लिए आरटीडीसी पश्चिम बंगाल एवं राजस्थान को जोडऩे का भरसक प्रयास कर रही है चूंकि पश्चिम बंगाल और राजस्थान का सदियों से चला आ रहा रिश्ता आज भी प्रगाढ़ है। उन्होंने यह भी कहा कि बंगाल और राजस्थान के बीच आरटीडीसी एक सेतु की तरह कार्य कर रहा है। कोलकाता में राजस्थान सूचना केंद्र में बतौर सहायक निदेशक का कार्यभार भी देखने वाले तीन दिवसीय दौरे पर बीकानेर आए रतनू आज वाया दिल्ली फ्लाईट से होते हुए कोलकाता रवाना हुए।
इससे पहले नाल स्थित सिविल एयरपोर्ट पर विशेष बातचीत करते हुए रतनू ने कहा कि देशभर में घरेलू पर्यटकों (डोमेस्टिक) में सबसे अधिक बंगाल से ही राजस्थान भ्रमण पर आते हैं। उन्होंने कहा कि बंगाली एवं नॉर्थ इस्ट पर्यटकों की खासियत यह है कि वे राजस्थान के प्रत्येक दर्शनीय स्थल (मॉन्यूमेंट्स) को कैमरे में छवि के रुप में तो देखते ही है इसके साथ-साथ कलमबद्ध भी करते हैं एवं आने वाली पीढ़ी तक राजस्थान के इतिहास एवं संस्कृति, कला, साहित्य, पुरा वैभव को हस्तांतरित करते हैं। उन्होंने बताया कि बंगाल से दुर्गा पूजा वेकेशन पर राजस्थान आने वाले पर्यटक अतिथियों की संख्या वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बढ़ी है। दीपावली, नववर्ष पर भी अच्छी खासी बुकिंग आरटीडीसी द्वारा की गयी है। इसके पीछे राजस्थान सरकार की अच्छी सोच, राजस्थान पर्यटन विकास निगम के उच्चाधिकारियों की कार्यशैली, आरटीडीसी प्रबंधन की सकारात्मक सोच प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की पुरा वैभव, हैरिटेज, हॉस्पिटेलिटी, परम्पराएं, वेशभूषा, तीज-त्यौंहार पर्यटक अतिथियों को सदैव आकर्षित करते हैं।
दो वर्ष कोविडकाल के बाद अब पर्यटन जगत को लगेंगे पंख : रतनू
राजस्थान पर्यटन विकास निगम [आरटीडीसी] के कोलकाता व नॉर्थ ईस्ट प्रभारी अधिकारी हिंगलाज दान रतनू ने यह भी कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 महामारी ने विश्व पर्यटन को झकझोर दिया लेकिन अब कोविडकाल से उबरते हुए पुन: पर्यटन जगत को पंख लगेंगे, ऐसी उम्मीद की जा रही है। आरटीडीसी अतिथि पर्यटकों की आवभगत, संरक्षा, सुरक्षा तथा अतिथि देवो भव: की भावना को प्रतिष्ठित करने में देश में सदैव अग्रणी रहा है।हिन्दुस्थान समाचार/राजीव
राजस्थान सूचना केंद्र के प्रभारी भी है रतनू, इन्वेस्ट राजस्थान में भाग लिया
आरटीडीसी के कोलकाता व नॉर्थ ईस्ट प्रभारी के अलावा हिंगलाजदान रतनू वर्तमान में राजस्थान सूचना केंद्र में बतौर सहायक निदेशक का कार्य भी देख रहे हैं। रतनू ने बताया कि आरटीडीसी, राजस्थान सूचना केंद्र और राजस्थान फाउंडेशन कोलकाता में राजस्थान व बंगाल को जोड़ते हुए मिलकर कार्य कर रहे हैं। चाहे वो पर्यटन, सामाजिक, सांस्कृतिक, औद्योगिक क्षेत्र हो सभी स्तर पर कार्य बेहतर रुप में किया जा रहा है। रतनू ने 7 और 8 अक्टूबर को जयपुर में हुए राजस्थान विकास में ओर तेजी आए उसके लिए आयोजित हुए अतिभव्य ‘इन्वेस्ट राजस्थान’ कार्यक्रम में भी भाग लिया। उन्होंने बताया कि राजस्थान धीरे-धीरे निवेशकों की पसंद बन गया है क्योंकि यहां व्यापार करने में आसानी और निवेशकों के अनुकूल नीतिगत ढांचा प्रदान किया जाता है।
रतनू से शिष्टाचार मुलाकात की एयरपोर्ट पर
नाल स्थित सिविल एयरपोर्ट के टर्मिनल मैनेजर विवेक यादव, एयरपोर्ट के सुरक्षा अधिकारी इंस्पेक्टर वसीम उस्ता, उप सुरक्षा अधिकारी सुंदरलाल, नाल पंचायत के पूर्व वार्डपंच ओमप्रकाश सोनी ने हिंगलाज दान रतनू से शिष्टाचार मुलाकात भी की। इस अवसर पर कैलाश सिंह, सवाई सिंह, रामरतन सहित अनेक मौजूद रहे।