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रामपुरिया कॉलेज में पांच दिवसीय फाइन आर्ट्स एग्जीबिशन का शुभारंभ
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टुडे राजस्थान न्यूज़
बीकानेर 27 नवंबर। बीजेएस रामपुरिया जैन कॉलेज दाऊजी रोड बीकानेर के ललित कला संकाय में 11वी पांच दिवसीय कला प्रदर्शनी का शुभारंभ आज महाविद्यालय में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रामपुरिया कॉलेज के मानद सचिव श्री सुनील रामपुरिया उनके साथ राजस्थानी भाषा साहित्य संस्कृति अकादमी के कोषाध्यक्ष कवि राजेंद्र जोशी और महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी के वाईस चान्सलर बिठल बिस्सा और बी जे एस रामपुरिया कॉलेज बीकानेर के प्राचार्य डॉ पंकज जैन रामपुरिया लॉ कॉलेज प्राचार्य डॉक्टर अनंत जोशी उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रबंध समिति के अनेक सदस्यों की उपस्थिति रह। एग्जीबिशन का शुभारंभ विद्यार्थियों के द्वारा अनेकानेक बेहतरीन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ किया गया।
मानव सचिव सुनील रामपुरिया ने एग्जीबिशन का भ्रमण करने के बाद अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थियों के द्वारा एक अद्भुत प्रयास किया गया है जिसमें रंगों के द्वारा कला को जीवंत करने का सार्थक प्रयास नजर आ रहा है साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को इस कार्य में गति और प्रगति के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया। कॉलेज प्राचार्य डॉ पंकज जैन ने मुख्य अतिथि और आगंतुकों का स्वागत किया। कार्यक्रम के समापन पर फाइन आर्ट्स विभाग के विभाग अध्यक्ष श्री अनिकेत कच्छावा ने मुख्य अतिथि प्रबंध समिति के सदस्यों और सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि यह कॉलेज संभाग का एकमात्र ललित कला का विषय संचालित करता है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य बीकानेर के लोगों को यहां के विद्यार्थियों की कला से अवगत कराना है।
संकाय प्रमुख अनिकेत कच्छावा बताया कि इस प्रदर्शनी में जो कार्य प्रदर्शित किया जाता है वह यहां के छात्रों का वर्षभर किया गया पाठ्यक्रम के अनुसार कार्य है और कुछ कार्य ऐसे भी हैं जो पाठ्यक्रम से बाहर भी करवाए जाते हैं, ताकि छात्र किसी भी तकनीक या विद्या से वंचित ना रह पाए। इस कार्य में अनिकेत जी का भरपूर सहयोग शंकर रॉय कर रहे हैं। 2003 में ललित कला का विषय इस विद्यालय में शुरू किया गया था। आज यह विषय अपनी प्रोढता को प्राप्त हो चुका है ।
यहां से पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र बड़े-बड़े कला महाविद्यालय में प्रवेश प्राप्त कर रहे हैं। कुछ छात्र एनीमेशन और बी.एफ. एक्स. के क्षेत्र में प्रसिद्धि प्राप्त कर चुके हैं। कुछ छात्र कला महाविद्यालयों में शिक्षकों के पद पर आसीन हैं,जो इस महाविद्यालय की सफलता को इंगित करता है । इस संकाय में व्यवसायिक कला और चित्रकला का विषय है। यहां स्टिल लाइफ, मिनिएचर, 2D , फोटोग्राफी, क्ले मॉडलिंग , कैलीग्राफी, लोगो डिजाइन, संयोजन, प्रिंट मेकिंग, मूर्तिकला, पोस्टर मेकिंग, पोर्ट्रेट, लाइफ स्टडी, इलस्ट्रेशंस व विभिन्न कला मध्यमा जिसे जैसे ऑयल, ऐक्रेलिक, वाटर, पेंसिल, चारकॉल, पेस्टल, इंक कलरआदि का अध्ययन करवाया जाता है।
प्रदर्शनी में छात्रों के कार्य लोगों द्वारा खरीदे जाते हैं जिससे इन विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ता है। पहली बार विद्यार्थियों द्वारा इस प्रदर्शनी में स्टॉल लगाई गई है, जिसमें उनके द्वारा बनाई गई आर्ट एंड क्राफ्ट की वस्तुएं, नेल आर्ट, लाइव पोट्रेट स्केच और टैटू आर्ट का स्टॉल का स्टॉल लगाया गया। कॉलेज परिसर में लगाए गए पेड़ों को भी कला के रंग में रंग दिया गया है । साथ ही डिपार्टमेंट की दीवारों को भी छात्रों ने अपने म्यूरल आर्ट से बहुत ही सुंदर बना दिया है। इससे दीवारों की नीरसता समाप्त हो गई है। सीढियों पर मछलियां बनाकर सजीव सा रूप दिया है ।डिपार्टमेंट के मुख्य द्वार पर स्वर्णिम डिजाइन बनाकर इसे स्वर्ण द्वार का रूप दिया गया है।