टुडे राजस्थान न्यूज़
बीकानेर 6 दिसंबर। बीकानेर शहर की बिगड़ती सफाई व्यवस्था को ठीक करने को लेकर जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन
पार्षद जावेद परिहार ने बताया कि बीकानेर शहर की सफाई व्यवस्था दिन ब दिन खराब होती जा रही है एक तरफ राजस्थान की सरकार शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर जो भी संसाधन और बजट दोनों दे रही है किसी भी प्रकार की कोई भी कमी नहीं छोड़ रही है इसके बावजूद बीकानेर शहर में जब से भाजपा का बोर्ड बना है तब से शहर के बुरे हाल है सफाई व्यवस्था में हमारा शहर रैंकिंग के आधार पर लगातार बिछड़ता जा रहा है । शहर की व्यवस्थाएं सफाई हो या सीवरेज या लाइट आवारा पशु को पकड़ने की व्यवस्था सब खराब है! नगर निगम की महापौर खाली सरकार और सरकार में बैठे मंत्री या आला अधिकारी है या आयुक्त उनको ही कोसने का काम करती है! महापौर ने लगातार 3 साल में अधिकारीयो से अपने पावर को लेकर आयुक्त से झगड़ा किया है कोई भी सीट आया है! उन का विरोध किया है! और उस पर आरोप-प्रत्यारोप के साथ-साथ हमारी सरकार को बदनाम करने का काम किया है! 3 सालों में एक बार भी इन्होंने शहर की व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा नहीं की यहां तक की साधारण सभा तक नहीं बुलाई और आज हमारे शहर के हालात यह आ गए हैं सफाई व्यवस्था में लगे ट्रैक्टरों को बंद कर दिया है! शहर की सफाई व्यवस्था आम जनता के भरोसे छोड़ कर बैठ गए हैं शहर में आवारा पशुओं को निगम सड़कों पर छोड़ रहा है जबकि निगम का काम है कि शहर की सफाई व्यवस्था आवारा पशु को पकड़ने कर गौशाला छोड़ें और शहर के जनता को राहत दे परंतु यहां पर सिर्फ सरकार को बदनाम करने के लिए सारे काम जानबूझकर खराब किए जा रहे हैं जिस प्रकार से आज ट्रैक्टर बंद कर दिए हैं अब शहर की सफाई व्यवस्था कैसे होगी डोर टू डोर वाली टैक्सी के भरोसे छोड दी है! यह टैक्सी कैसे पूरे शहर में कलेक्शन प्वाइंट से लेकर मेन रोड तक का कचरा कैसे उठा पायेगी शहर में जहां नाले या नालियां साफ होती है उस की सिल्ट कौन उठाएगा ?जेसीबी मशीन और डंपर छोटी गलियों के अंदर नहीं जा सकते संभव भी नहीं है फिर महापौर ने इस प्रकार के आदेश क्यों निकलवाए सरकार को बदनाम करने का काम महापौर कर रही है आपसे अनुरोध है कि आप तुरंत इस पर संज्ञान लेकर शहर की बिगड़ती और चरमराई हुई सफाई व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवाएं साथ साथ ही अगर ट्रैक्टर ठेकेदार ने बंद कर दिए हैं तो नगर निगम अपने स्तर पर ट्रैक्टरों की व्यवस्था करें खाली डोर टू डोर टेक्सी के भरोसे ना रहे हैं। मेरा महापौर पर सीधा सीधा आरोप है कि अगर उनसे नगर निगम नहीं संभल रहा है तो उनको अपने पद से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए सरकार को बदनाम करना बंद करे महापौर को अपनी सीट जनता को सौंप देनी चाहिए।