टुडे राजस्थान न्यूज़ ( अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर 16 मई। वेटरनरी विश्वविद्यालय में चल रही अन्तर महाविद्यालय खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं “स्पोकल-23” के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं हुई। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण बिश्नोई ने बताया कि इस दौरान बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, रस्सा-कस्सी, टेबल-टेनिस, बैडमिंटन, लॉन-टेनिस, वाद-विवाद प्रतियोगिता, आशुभाषण, रंगोली प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
लडको की रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता में वेटरनरी कॉलेज, नवानियां एवं वेटरनरी कॉलेज, बीकानेर की टीम फाईनल में पहुंची है जबकि लड़कियों की रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता में पी.जी.आई.वी.ई.आर. एवं वेटरनरी कॉलेज, बीकानेर में फाईनल मुकाबला होगा। बेडमिंटन प्रतियोगिता में वेटरनरी कॉलेज, बीकानेर के लड़को एवं लड़कियों की टीमें विजेता रही है। इसी तरह टेबल-टेनिस प्रतियोगिता में वेटरनरी कॉलेज, नवानियां के लड़को की टीम विजेता रही एवं वेटरनरी कॉलेज, बीकानेर की लडकियों की टीम विजेता रही।
रंगोली प्रतियोगिता में वेटरनरी कॉलेज बीकानेर प्रथम एवं डेयरी विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी महाविद्यालय, बीकानेर द्वितीय स्थान पर रहा। रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता के समन्वयक डॉ. सुरेश कुमार झीरवाल एवं डॉ. सुनीता चौधरी, बैड़मिंटन प्रतियोगिता में डॉ. अशोक डांगी एवं डॉ. मंजु नेहरा, टेबल टेनिस प्रतियोगिता के लिए डॉ. अनिल बिश्नोई एवं डॉ. तरूणा भाटी, बास्केटबॉल प्रतियोगिता हेतु डॉ. साकार पालेचा एवं डॉ. रजनी अरोड़ा, लॉन टेनिस खेल हेतु डॉ. राजेश नेहरा, कब्बड़ी के लिए डॉ. प्रमोद धतरवाल एवं डॉ. मनीषा मेहरा, रंगोली प्रतियोगिता में डॉ. तरूणा भाटी एवं कोलाज मेकिंग प्रतियोगिता के लिए डॉ. शेष असोपा समन्वयक रहे। खेल प्रभारी डॉ. प्रवीन पिलानियां ने बताया कि कब्बड़ी, लॉनटेनिस, रस्सा-कस्सी, बास्केटबॉल एवं एकलगान, समूहगान, एकलनृत्य एवं समूहनृत्य प्रतियोगिताए बुधवार को आयोजित की जायेगी।
वेटरनरी विश्वविद्यालय
जैव चिकित्सकीय अपशिष्ट के उचित निस्तारण
पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
बीकानेर, 16 मई। वेटरनरी विश्वविद्यालय के जैव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण एवं प्रौद्योगिकी केंद्र, राजुवास द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सर्वोदय बस्ती, बीकानेर में छात्र-छात्राओं हेतु अपशिष्ट निस्तारण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पशु जैव चिकित्सा अपशिष्ट निस्तारण एवं प्रौद्योगिकी केंद्र की मुख्य अन्वेषक डॉ. दीपिका धूड़िया ने बताया कि जैविकीय अपशिष्ट जो कि अस्पतालों में मानव व पशुओं के उपचार के दौरान निकलता है, जिससे कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों का खतरा बना रहता है और वातावरण भी दूषित होता है। इसका उचित निस्तारण एवं प्रबंधन अति आवश्यक है। डॉ. धूड़िया ने विद्यार्थियों को स्वयं की एवं वातावरण की स्वच्छता के बारे में जानकारी भी दी। जागरूकता कार्यक्रम में केन्द्र के टीचिंग एसोशिएट डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने जैव अपशिष्ट के पृथक्करण, भंडारण, प्रबंधन एवं निस्तारण विषय पर व्याख्यान दिये। कार्यक्रम में डॉ. रणवीर गोदारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सर्वोदय बस्ती के प्रधानाचार्य, राकेश मेघवाल, वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक एकलव्य बिश्नोई व अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।