टुडे राजस्थान न्यूज़ ( अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर / भीनासर, 22 अक्टूबर। तेरापंथ महिला मंडल के तेरापंथ भवन- तत्त्वावधान में आयोजित कार्यशाला द पॉवर ऑफ रिडिंग में मुनि चैतन्य कुमार अमन ने सम्बोधित करते हुए कहा-मानव समाज की नींव है – शिक्षा। आज पढ़ाई के प्रति बालक-बालिकाओं में बढ़ता आकर्षण शुभ संकेत है। अभिभावकों में भी अपने बच्चों को पढ़ाने व उनका अच्छा करियर बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान हो रहा है। बचपन में शिक्षा और संस्कारों से ही भावी जीवन का निर्माण संभव है। आज ऐसी ही शिक्षित माताओं की जरूरत है जिससे भावी पीढ़ी स्वस्थ और सभ्य समाज का निर्माण कर सके।
मुनि अमन ने आगे कहा- पढ़ाई के लिए बच्चों पर फोर्स करने की आवश्यकता नही है। जबर्दस्ती करने से बच्चे के दिमाग पर गलत प्रतिक्रिया हो सकती है। बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा हो ऐसा प्रयास किया जा सकता है। उसके लिए कुछ नये प्रयोग किए जाय तथा बालकों-अभिभावकों तथा शिक्षकों मे परस्पर सामंजस्य होना चाहिए। मनोवैज्ञानिक ढंग से वातावरण को परिवर्तित कर शिक्षा के साथ निकटतम संबन्ध स्थापित किए जाय तथा शिक्षा की शक्ति का ज्ञान कराया जाय जिससे बालक-बालिकाएं अपना निर्माण कर सके तथा परिवार व समाज के लिए आदर्श बन सकेगा।
तेरापंथ महिला मंडल की सदस्याओं ने प्रेरणागीत से मंगलाचरण किया। श्रीमती सुशीला गोलछा व श्वेता सेठिया ने अपने विचारों को प्रस्तुत करती हुई ज्ञान विकास पढ़ाई के महत्त्व को उजागर किए। कार्यशाला का मंगल संचालन महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती शशि गोलछा ने किया।
ज्ञानशाला के ज्ञानार्थी का उत्साह वर्धन हेतु जिन्होने नियमितदर्शन करने वालों को पुरस्कृत किया। ज्ञानार्थी कुशल बैद अक्ष बैद, दर्शिल गोलछा, चाहत बोधरा, युवराज, दिव्यांश सेठिया शैली कोचर को ज्ञानशाला प्रभारी सुरेन्द्र सेठिया ने पुरस्कार प्रदान किए।