टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर 29 दिसंबर । स्वर्ण प्राशन न केवल बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुरुस्त करता है, बल्कि स्मरण शक्ति एवं बुद्धि को भी बढ़ाता है। यह सामान्य एवं जटिल रोगों को होने की आशंका को भी कम करता है। गोगागेट स्थित राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवम चिकित्सालय बीकानेर मे शुक्रवार को शिविर लगाया गया, जिसमें जन्म से 16 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्ण प्राशन की खुराक दी गई।
आयुर्वेद कालेज में स्वर्ण प्राशन प्रत्येक माह पुष्य नक्षत्र की तिथि में किया जाता है। इस बार यह तिथि 29 दिसम्बर को थी।
आयुर्वेद चिकित्सालय उप अधीक्षक डॉ ज्योती चावला ने बताया कि पुष्य नक्षत्र में बच्चों को स्वर्ण प्राशन की तीन व छह बूंदें पिलाई जाती हैं, जिसके आधा घंटा बाद तक उन्हें आहार नहीं दिया जाता है। संक्रमण की आशंका और मौसमी बीमारियों को देखते हुए यह बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हितकर है।
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ राजक्रिन्ती ने बताया की लगभग 260 बच्चो को स्वर्णप्राशन करवाया गया। स्वर्ण प्राशन न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, बल्कि शरीर में अनेक प्रकार के विषैले पदार्थों को भी दूर करता है।