सरकारी नौकरियों के लिए नियमित आयोजित होंगी प्रतियोगी परीक्षाएं

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टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )

मुख्यमंत्री की युवाओं को सौगात, सरकारी नौकरियों के लिए नियमित आयोजित होंगी प्रतियोगी परीक्षाएं
‘मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव’ जैसी पहल करने वाला पहला राज्य बना राजस्थान
जयपुर 04 जुलाई । मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने पिछले छह महीनों में युवाओं को अनेक सौगातें दी हैं। एक ओर जहां राज्य सरकार व्यवसायिक प्रशिक्षण और ऋण, संसाधन और स्कॉलरशिप देकर युवाओं के सुनहरे भविष्य की नीव रख रही है, वहीं दूसरी ओर सरकारी नौकरियों के लिए लगातार आवेदन लिए जाने की घोषणा कर युवाओं में उम्मीद की नई किरण जगाई है।


राज्य सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए विभागों में रिक्त पदों एवं सेवानिवृत्ति के बाद रिक्त पदों की कलेण्डर बनाकर भर्तियां आयोजित की जाएंगी। इस वर्ष विभिन्न राजकीय सेवाओं के 70 हजार पदों पर भर्तियां की जा रही हैं। राज्य सरकार द्वारा अब तक 16 हजार 641 पदों पर नियुक्ति, 58 हजार पदों के लिए विज्ञापन जारी, 11 हजार 500 पदों के लिए परीक्षा आयोजित एवं 5 हजार 500 पदों की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इनके साथ ही सरकारी नौकरी ज्वाइन करने वाले युवाओं से संवाद की नई और सकारात्मक परंपरा के रूप में ‘मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव’ की शुरुआत कर मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया है, कि ये युवा सरकार के अहम अंग हैं और आने वाले समय में उनके कंधों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आने वाली है। गत दिनों आयोजित पहले संवाद के दौरान प्रदेश के पांच हजार से अधिक युवाओं को नियुक्तियां दी गई। बीकानेर में नियुक्त कार्मिकों में भी उत्साह का माहौल देखने को मिला। बज्जू के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में संस्कृत के नवनियुक्त वरिष्ठ अध्यापक अश्विनी कुमार ने कहा कि भविष्य में होने वाली भर्तियों का समयबद्ध कैलेंडर जारी करना युवाओं के लिए लाभप्रद साबित होगा। कुचोर आथूणी के विद्यालय में इतिहास व्याख्याता के तौर पर नियुक्त विजय लक्ष्मी चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने नकल माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर देशभर में एक मिसाल पेश की है। इससे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का मंसूबा रखने वालों के हौसले पस्त हुए हैं। छत्तरगढ़ वन विभाग में नियुक्त रेंजर प्रियंका ने कहा कि मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव देश भर में अभिनव पहल है। इससे युवाओं में आत्मविश्वास का संचार होगा और वे अधिक जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकेंगे।

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