टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
पुराने सिक्को की चमक से खिले नए चेहरे
बीकानेर 14 सितंबर ।प्राचीन सिक्को के ढेर में से एक एक सिक्के को निकलते और उस सिक्के को निहारते बच्चों ने सिर्फ मोबाइल और टीवी की स्क्रीन पर ही दुनिया भर के हर दौर के सिक्को को देखा होगा ।
एक तरफ देश और दुनिया के सिक्को के ढेर तो दूसरी तरफ कभी ना देखे हुए रंगबीरंगे नोटों को ऐसे करीने से सजाया हुआ जैसे इंद्रधनुष के सातों रंग जमीन पर आ गए हो ।
हम बात कर रहे है बीकानेर शहर के बीचोबीच गंगाशहर रोड पर स्थित अग्रवाल भवन में चल रहे बीकाणा मुद्रा महोत्सव 2024 के दूसरे दिन के आंखो देखे हाल की ।
आज दूसरे दिन स्कूल और कॉलेज के छात्र – छात्राओं से खचाखच भरा प्रदर्शनी प्रांगण और उनके मन में इतने सिक्को और तरह तरह के नोटों को देखकर उठे रोमांचित करने वाले मासूम सवालों की जो वो पूछ रहे थे देशभर के अलग अलग 70 शहरों से आए हुए मेहमानो के संग्रह को देखकर ।
इस मुद्रा महोत्सव के आयोजक किशन सोनी ने बताया कि इस तीन दिवसीय बीकाणा मुद्रा महोत्सव के दूसरे दिन करीब 5000 लोगो ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया जिसमे अधिकतम स्कूल के विद्यार्थी थे ।
इन सैंकड़ों विद्यार्थियों को बीकाणा नूमिसमेटिक सोसाइटी द्वारा उपहार स्वरूप पुराने सिक्के और नोट भेंट किए गए । इन सिक्कों और नोटों को उपहार उपहार में पाकर नन्हे मुन्ने बच्चे खिल उठे प्राचीन सिक्कों को छूकर वह उसे वक्त के इतिहास और धरोहर को महसूस कर रहे थे ।बीकाणा नूमिसमेटिक सोसाइटी के जसवंत सिंह पारख़ ने देश भर से पधारे अतिथियों का स्वागत किया और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया।
मुद्रा महोत्सव के संयोजक सुधीर लुणावत ने बताया की आज रविवार को इस प्रदर्शनी का समापन और अंतिम दिन है अंतिम दिन अत्यधिक भीड़ की संभावना को देखते हुए आयोजन कमेटी द्वारा विशेष तरह के सुरक्षा इंतजाम भी किए गए हैं
सुधीर ने बताया की इस तरह का बीकानेर में यह पहला आयोजन है जहां एक ही परिसर में इतने अलग-अलग शहरों के सिक्कों और नोटों को संग्रह करने के शौकीन लोगों को एक दूसरे से मिलने का और जानकारी के आदान-प्रदान का सुनहरा मौका मिला है
आस पड़ोस के गांव से लोग अपने पुराने सिक्के और नोटों को लेकर इस प्रदर्शनी में आ रहे हैं और अपने संग्रह का मूल्यांकन विशेषज्ञों से करवा रहे हैं ।