केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की अध्यक्षता में दिशा की बैठक आयोजित
केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचे अंतिम छोर के व्यक्ति तक- मेघवाल
बीकानेर, 07 अक्टूबर। केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की अध्यक्षता में सोमवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। इस दौरान मेघवाल ने केन्द्र सरकार प्रवर्तित 37 योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम छोर तक बैठे प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचे, यह सुनिश्चित किया जाए।
मेघवाल ने कहा कि जल जीवन मिशन, केन्द्र सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना है। जिला कलक्टर द्वारा इसकी नियमित मॉनिटरिंग की जाए। जल जीवन मिशन से जुड़े कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ हों। उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के लाभ से वंचित ढाणियों का सर्वे करवाया जाए। योजना के द्वितीय फेज के तहत इनमें मार्च 2025 तक विद्युत कनेक्शन करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने पीएम-सूर्या और पीएम-कुसुम योजना की प्रगति भी जानी।
मेघवाल ने कहा कि सीआरआईएफ की सड़कों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तृतीय चरण के तहत स्वीकृत और प्रगतिरत कार्यों के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के बारे में जाना और कहा कि संस्थागत प्रसव में और अधिक सुधार लाने के प्रयास करें। उन्होंने राज्य सरकार की मां बाउचर योजना के तहत पंजीकृत सोनोग्राफी केन्द्रों की सूची का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार की बजट घोषणाओं में स्वीकृत स्वास्थ्य केन्द्रों के भवन निर्माण और संस्थान क्रमोनयन से जुड़े कार्य प्राथमिकता से करवाएं। उन्होंने कहा कि पीबीएम अस्पताल के सौ वर्ष पूर्ण होने पर इसे पीजीआई जैसे केन्द्र के रूप में स्वीकृत करवाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने शहरी क्षेत्र के आवासहीन परिवारों का सर्वे करने के निर्देश दिए, जिससे उन्हें नॉर्म्स के अनुसार प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) का लाभ दिया जा सके।
मेघवाल ने अमृत 2.0 के तहत स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की और कहा कि श्रीडूंगरगढ़, नोखा, खाजूवाला, लूनकरणसर और नापासर नगर पालिकाओं के लिए अमृत के तहत भी प्रस्ताव बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि बीकानेर में वयोश्री योजना के तहत शिविर लगाया जाए। उन्होंने मनरेगा के तहत जिले की स्कूलों की चारदीवारी और शेड निर्माण नवाचार की सराहना की। गांवों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सहित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की।
श्री मेघवाल ने जिले में ड्राई पोर्ट की स्थापना और गैस पाइप लाइन सहित सिरेमिक हब की संभावनओं पर चर्चा की और इस संबंध में भावी कार्ययोजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जिले के विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर केन्द्र सरकार के मंत्रियों सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री से सतत संवाद किया जा रहा है। उन्होंने महाराजा गंगा सिंह द्वारा गंगनहर के शिलान्यास के सौ वर्ष पूर्ण होने पर अगले साल बीकानेर में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में बताया।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्य करने के पश्चात् संबंधित संवेदक सड़कों पुनः दुरूस्त करवाए। मां बाउचर योजना की प्रगति पर संतोष जताते हुए उन्होंने इसके और अधिक प्रचार-प्रसार के लिए निर्देशित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत पूर्ण कार्यों का बकाया भुगतान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बने समस्त सामुदायिक शौचालय क्रियाशील रहें, यह सुनिश्चित किया जाए। गोदारा ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति को मुख्यधारा से जोड़ना है। इसके लिए सभी अधिकारी पूर्ण गंभीरता से कार्य करें।
इस दौरान खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत, बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास और महापौर श्रीमती सुशीला कंवर राजपुरोहित मौजूद रहे। जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने जिले में किए जा रहे नवाचारों और उपलब्धियों की जानकारी दी। बैठक में पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहन लाल, नगर निगम आयुक्त मयंक मनीष और नगर विकास न्यास सचिव डॉ. अपर्णा गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों अपने विभागों की प्रगति से अवगत करवया। बैठक में दिशा समिति के सदस्य दिलू खान कोहरी, मांगीलाल मेघवाल और अजमल राम भील मौजूद रहे।