टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर 14 अक्टूबर । सखी संस्कार और महिला सुरक्षा ग्रुप बीकानेर की ओर से टाउन हॉल में सुमधुर गीतों की शाम -ए-सरगम का विशेष कार्यक्रम रखा गया । ग्रुप की संस्थापक श्रीमती संध्या द्विवेदी और अध्यक्ष डॉ दीप्ति श्रीवास्तव के निर्देशन में बीकानेर में पहली बार 50 प्लस आयु के वरिष्ठ नागरिकों का यह संगीतमय कार्यक्रम उनको तनाव मुक्त करने और उन्हें ऊर्जावान बनाए रखने के उद्देश्य से रखा गया।
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महापौर बीकानेर श्रीमती सुशीला कंवर ,विशिष्ट अतिथि श्रीमती कृष्णा तोमर सेवानिवृत प्राचार्या डूंगर कॉलेज बीकानेर एवं *श्रीमती मेघा रतन उपनिदेशक *महिला अधिकारिता विभाग*, नागौर से थी |
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया| | अनुष्का , लावण्या दोनों बालिकाओं के द्वारा मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत कर *शाम -ए-सरगम* का आगाज किया। इस सरगम के प्रथम गीत की प्रस्तुति बजरंग सुथार ने किशोर कुमार के मधुर गीत पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले के साथ उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि के रूप में दी।
गायक कलाकारों ने मोहम्मद रफी , लता मंगेशकर, आशा भोंसले, महेंद्र कपूर आदि के गीतों को अपनी सुरीली आवाज से सजाकर श्रोताओं को रोमांचित कर दिया तथा कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने
इस अद्भुत संगीतमय आयोजन हेतु समिति को बधाई दी, उन्होंने गायन की प्रतिभा को मुखरित करने की दिशा में किए पहले प्रयास की जमकर तारीफ की |
संस्था अध्यक्ष श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव के अनुसार इस कार्यक्रम में 14 महिला एवं 36 पुरुष गीत गायक कलाकारों ने भाग लिया । सभी कलाकारों का माला पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम को और अधिक मनोरंजक बनाने के लिए फिल्मी गीतों पर आधारित प्रश्न पूछे गए । प्रश्नो के सही उत्तर देने वालों को उपहार दिए गए |मंच व कार्यक्रम का लयबद्ध संचालन श्रीमती सीमा सैनी ने किया।
समिति की सभी महिला सदस्यों की अभूतपूर्व एक जुटता एवं उत्साह से इतना बड़ा आयोजन सफलतापूर्वक उल्लासमय वातावरण में संपन्न हुआ।
ग्रुप मीडिया प्रभारी इन्द्रा बालेचा ने बताया कि इन 50 गायक कलाकारों में सबसे वरिष्ठ पुरूष गायक 68 वर्षीय कैलाश चन्द्र खरखोदिया जी तथा 72 वर्षीय महिला गायिका श्रीमती रामा जी का विशेष सम्मान किया।
ग्रुप अध्यक्ष श्रीमती दीप्ति श्रीवास्तव के हार्दिक आभार के साथ ही शाम ए सरगम का समापन हुआ ।