टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर 27 नवंबर । राजकीय डूंगर महाविद्यालय बीकानेर में प्रतियोगिता दक्षता समिति एवं भूगोल विभाग के तत्वावधान में प्रोफेसर डॉ. साधना भंडारी के नेतृत्व में भारतीय मानसून विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया l
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र पुरोहित ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला एवं छात्रों से आह्वान किया कि वे मानसून व जलवायु परिवर्तन से संबंधित अपनी सभी जिज्ञासाओं को शांत करें l
विशिष्ट वक्ता के रूप में भूगोल के प्रोफेसर डॉ विपिन सैनी ने भारत में मानसून से संबंधित आधारभूत अवधारणाओं को बेहद सरल व प्रभावी तरीके से पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा विभिन्न डायग्राम व मानचित्रो का उपयोग करते हुए छात्र-छात्राओं को समझाया l उन्होंने मानसून के आगमन की आवश्यक स्थितियां की जानकारी दी व यह भी बताया की मानसून की शुरुआत को ‘मानसून बर्स्ट’ क्यों कहा जाता है तथा मानसून की अरब सागर शाखा व बंगाल की खाड़ी शाखा भारतवर्ष में किस प्रकार प्रवेश करती है तथा किस प्रकार आगे बढ़ते हुए संपूर्ण भारत में वर्षा करती है तथा किस प्रकार मानसून पीछे हटता है और उसके क्या प्रभाव होते हैं l उन्होंने मानसून की विशिष्ट स्थितियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय मौसम विज्ञान (आईएमडी) द्वारा जारी मानसून के पूर्वानुमान अब कैसे बेहतर व सटीक तरीके से काम कर रहे हैं l
कार्यक्रम की अध्यक्षता भूगोल विभाग की वरिष्ठ प्रोफेसर डॉक्टर उषा ने की | भूगोल विभाग की प्रोफेसर करबी शाह व छात्रा पलक तंवर ने धन्यवाद ज्ञापित किया | इस अवसर पर भूगोल विभाग की डॉ. सुमन चौधरी तथा प्राणी शास्त्र विभाग के प्रोफेसर योगेंद्र सिंह उपस्थित थे l कार्यक्रम में 40 विभिन्न विषयों के छात्र-छात्राओं ने शिरकत कर व्याख्यान का लाभ उठाया|