अ. भा. इतिहास समिति ने गौरवशाली इतिहास को स्थापित किया।
राती घाटी युद्ध मरुधरा का गौरव – जेठानंद व्यास
आज राती घाटी युद्ध राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित – श्रीमाली
बीकानेर 17 नवंबर। रविवार को वेटरनरी ऑडिटोरियम में स्व. डॉ. आनंद सिंह बीठू की स्मृति में आयोजित 491 वें राती घाटी युद्ध विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए विधायकों श्री जेठानंद व्यास ने कहा कि शताब्दियों से रचे जा रहे झूठे इतिहास को उखाड़ कर फेंकने कि आवश्यकता है। इतिहास समिति जैसी प्रमाणिक संस्थाए शोध के आधार पर सत्य को उजागर किया है। सत्य इतिहास से जन-जन में राष्ट्रीय गौरव का भाव जागृत हुआ है। मरुधरा के राती घाटी युद्ध ने मुगलों की अपराजेयता के झूठ को बेनकाब कर दिया हैं। 30 वर्ष की इस शोध यात्रा के लिए इतिहास समिति और राती घाटी समिति अभिनंदनीय हैं।
व्यास ने कहा स्व. डॉ. आनंद सिंह बीठू राष्ट्रीय स्तर के कर्मठ कार्यकर्ता थे।
उन्हें हार्दिक श्रद्वांजली।
प्रमुख वक्ता राती घाटी समिति के जानकी नारायण श्रीमाली ने कहा कि राजस्थान के लोक जीवन की रग- रग में राती घाटी युद्ध विजय को प्रवाहित किया गया है। अब शोधकार्यों और राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में स्थान दिलावेंगे।
समारोह संयोजक डॉ.अशोक शर्मा ने अ. भा. इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली का विस्तृत परिचय दिया।
डॉ राजेंद्र जोशी ने कहा कि वर्तमान समाज में निराशा व भ्रम भूतकाल के झूठे इतिहास का परिणाम है। सच्चा गौरवशाली इतिहास पढ़ाया जाना जरूरी है।
अलंकरण
इसके बाद मंचस्थ जेठानंद व्यास विधायक, जानकी नारायण श्रीमाली, डॉ. अशोक शर्मा, प्रदीप सिंह चौहान, गोपाल सिंह शेखावत, सवाई सिंह बीठू तथा भंवर सिंह भेलू ने सर्वश्री सुभाष मित्तल, डॉ. किशोर सिंह शेखावत, बाबूलाल मोहता सीथल एवं डॉ. देवेंद्र अग्रवाल को रातीघाटी राष्ट्रीय बीकाणा गौरव अलंकरण भेंट किए। सभी को शाल, उपर्णा , श्रीफल व प्रशस्ति पत्र भेंट किए गए। हीर सिंह सहलोत किलचूं को योद्धा वंशज सम्मान से नवाजा गया।
इसी प्रकार बीकानेर जिला नागरिक परिषद भुवनेश्वर, ओडिशा को समाज सेवा, डॉ. हरमीत सिंह को नशामुक्ति, पहलवान श्री रमण उपाध्याय (तैराक) कोलायत को जीवन रक्षा, डॉ. साकार पालेचा को पशु चिकित्सा और गौ सेवा हेतु राष्ट्रीय रातीघाटी अलंकरण भेंट किए गए।
इन चारों को क्रमशः स्व. गोपालचंद डूढाणी की स्मृति में 21000 का, स्व. प्रभु नारायण शर्मा की स्मृति में 5100। स्व. जुगल किशोर श्रीमाली, जोधपुर की स्मृति में 5100 एवं स्व. डॉ. गुमान सिंह बीठू सीथल की स्मृति में भी 5100 की पुरस्कार राशि भेंट की गई।
राती घाटी समिति उपाध्यक्ष श्री भंवरसिंह भेलू ने आभार प्रकट किया। मंचस्थ अतिथियों ने सर्व प्रथम दीप प्रज्ज्वलन कर सरस्वती की पूजा की। समारोह के प्रारंभ में महारानी स्कूल की बालिकाओं ने सरस्वती वंदना तथा चेताली पुरोहित ने वंदेमातरम् गीत प्रस्तुत किया। श्री प्रदीप सिंह चौहान ने स्वागत भाषण दिया। श्री वैभव पारीक ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में श्री रवि गहलोत द्वारा निर्मित राती घाटी युद्ध की डॉक्यूमेंट्री तथा श्री ऋषि नारायण श्रीमाली द्वारा निर्मित राती घाटी युद्ध गौरव चित्रमाला पर्दे पर प्रदर्शित की गई। समारोह का संचालन श्री मदन मोहन मोदी और डॉ. राजशेखर ने किया।
समारोह में शिक्षाविद्, विधिवेत्ता, समाजसेवी, उद्योगपति, साहित्यकार, पत्रकार, महिलाएँ, इतिहास के शोधार्थी- विद्यार्थी, पूर्व सैनिक तथा गौरव सेनानी उपस्थित थे।