टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
केंद्रीय कारागृह के बंदियों के बनाए उत्पादों की प्रदर्शनी ‘आशायें’ का हुआ उद्घाटन
बीकानेर 20 दिसंबर। केंद्रीय कारागृह के बंदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी ‘आशायें’ का उद्घाटन शुक्रवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश अतुल कुमार सक्सेना, जिला कलक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि तथा पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सागर ने किया।
प्रदर्शनी में लोहे का पीढ़ा, हैंडमेड पेंटिंग, मसाले, इको फ्रेंडली पेन, कपड़े, कुर्ते, लोहे के चूल्हे, दरियां, फिनायल और सीख झाड़ू आदि प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए रखा गया।
इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सक्सेना ने कहा कि केंद्रीय कारागृह प्रशासन द्वारा बंदियों के हुनर को पहचानते हुए उन्हें स्वालंबी बनाने का प्रयास किया गया है। यह उनके पुनर्वास के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा कि कारागृह प्रशासन द्वारा किया जा रहे नवाचार समाज के लिए नजीर है।
जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने कहा कि बंदियों के समय का सदुपयोग हो तथा वे समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें, इसके मद्देनजर यह पहल की गई है।
कारागृह अधीक्षक श्रीमती सुमन मालीवाल ने कहा कि सभी बंदियों को इसके लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया। इसकी आमदनी का 25 प्रतिशत हिस्सा उनके पीड़ित पक्ष को मिलेगा। समाज में लौटने पर यह बंदी कौशल के साथ मुख्यधारा से जुड़ेंगे।
इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती मांडवी राजवी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेश कुमार सहित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस विभाग के कैलाश सांदू, कुलदीप और धीरेन्द्र सहित अन्य अधिकारियों ने बंदियों द्वारा बनाए गए उत्पाद क्रय किए। लगभग दो घंटे में प्रदर्शनी का समूचा समान विक्रय हो गया।