टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
जूनागढ़ से निकली भव्य शोभा यात्रा, साकार हुई देश की बहुरंगी संस्कृति
बीकानेर, 11 जनवरी। अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के दूसरे दिन जूनागढ़ के आगे से भव्य शोभा यात्रा (बीकाणा री शान) निकाली गई।
पुलिस महानिरीक्षक ओम प्रकाश ने हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया। शोभायात्रा की शुरुआत में मश्क वादकों ने सुमधुर स्वर लहरियां बिखेरी। शोभा यात्रा में विंटेज कार आकर्षण का विशेष केंद्र रही।
पारंपरिक वेशभूषा में सजे धजे रोबीले, ऊंट, स्कूली बालिकाएं और एनसीसी कैडेट्स साथ रहे। वहीं घूमर नृत्य करती लोक कलाकारों ने पर्यटकों को थिरकने को मजबूर कर दिया। शोभा यात्रा में गुरुद्वारा ग्रुप, भांगड़ा दल, बधाई नौरता दल, बहरूपिया, सिद्धि धमाल, हरियाणवी रागड़ी, बैल नृत्य के विभिन्न प्रदेशों से आए लोक कलाकारों ने भागीदारी निभाई। शोभा यात्रा में एसबीआई का रथ, ऊंट गाड़े पर बैठे कलाकार, कैमल कार्ट आदि साथ रहे।
शोभा यात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए डॉ. करणी सिंह स्टेडियम पहुंची। पूरे मार्ग में स्थानीय लोगों और देशी विदेशी पर्यटकों ने शोभा यात्रा का स्वागत किया। महानिरीक्षक पुलिस ने कहा कि बीकानेर की संस्कृति और यहां की लोक परम्पराएं देशभर में विशेष पहचान रखती हैं। उन्होंने कहा कि ऊंट उत्सव जैसे मौकों पर दुनिया भर के पर्यटकों को इससे रूबरू होने का मौका मिलता है।
अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव
महक बनी मिस मरवण, योगेश मिस्टर बीकाणा
श्रवण व संजू ने जीता ढोला-मरवण का खिताब
देशी-विदेशी पावणो को रास आई बीकानेर की संस्कृति
बीकानेर, 11 जनवरी। अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के दूसरे दिन शनिवार को डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में मिस मरवण, मिस्टर बीकाणा, ढोला मरवण प्रतियोगिताएं विशेष आकर्षण का केंद्र रही।
महक दफ्तरी ने मिस मरवण का खिताब जीता। निर्मला शर्मा द्वितीय एवं आकांक्षा सुथार तृतीय स्थान पर रही। मिस्टर बीकाणा का खिताब योगेश सेवग ने जीता। वहीं मुकेश भोजक द्वितीय व प्रेम रतन, जगमाल सिंह तृतीय स्थान पर रहे। ढोला मरवण प्रतियोगिता में श्रवण कुमार सोनी और संजू सोनी विजेता रहे।
पारंपरिक रंग-बिरंगे परिधानों में सजे प्रतिभागियों ने विभिन्न चरणों में आयोजित इन प्रतियोगिताओं में शिरकत की और सैलानियों को बीकानेर की समृद्ध लोक संस्कृति से रूबरू करवाया। एक ओर जहां पारंपरिक वेशभूषा में सजे-धजे रोबीले वीर रस से ओतप्रोत गीतों के साथ कदमताल करते दिखे, वहीं नखशिख श्रृंगार के साथ युवतियों ने बढ़-चढ़ कर प्रतियोगिताओं में भागीदारी निभाई।
इस दौरान 40 फीट मूंछों के साथ गिरधर व्यास ने सैलानियों को आकर्षित किया।
कलाकारों ने दर्शकों को झूमने को किया मजबूर
सोंगी मुखौटा व मयूर नृत्य ने सैलानियों का जीता दिल
अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के दौरान लोक-संस्कृति और लोकधुनों की थाप ने शाम को बेहद खास और खुबसूरत बना दिया। डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में देर शाम फॉक नाइट का आयोजन हुआ। राजस्थानी लोक गीत और लोक धुनों से सजे इस कार्यक्रम में दर्शकों के साथ पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने भी संगीत की धुनों का लुत्फ उठाया।
इस दौरान राजस्थानी लोक कलाकारों सहित अन्य प्रदेशों के कलाकारों द्वारा भी प्रस्तुतियां दी गई।
पद्मश्री से सम्मानित बीकानेर के मांड लोक गायक अली-गनी ने सुरीले गीतों ने विदेशी पर्यटकों को राजस्थानी संस्कृति का परिचय दिया। उनके गीतों ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया।
स्थानीय कलाकार वर्षा सैनी द्वारा प्रस्तुत चरी नृत्य पर स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।महाराष्ट्र का लोकनृत्य सोंगी मुखौटा एवं मथुरा के मयूर नृत्य ने सैलानियों का दिल जीत लिया। कलाकारों ने घूमर, भंगड़ा, घुटना चकरी, फाग, हरियाणवी घूमर, नौरता सहित अन्य नृत्यों ने पर्यटकों को नाचने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर देशी और विदेशी सैलानी इन पलों को कैमरे में कैद करते नजर आए।
रविवार को होगा ऊंट उत्सव का समापन
अंतर्राष्ट्रीय ऊंट उत्सव के तीसरे दिन के समस्त कार्यक्रम रायसर में होंगे। इनकी शुरुआत प्रातः 9 बजे ग्रामीण खेल प्रतियोगिताओं से होगी। इस दौरान टग ऑफ वॉर, रेसलिंग, टर्बन टाइंग, महिलाओं की मटका रेस, ड्यून रेस आदि का आयोजन होगा। वहीं दोपहर 1:30 बजे से सैंड आर्ट एग्जिबिशन, हैंडीक्राफ्ट और फूड बाजार, भारतीय परंपरा अनुसार विदेशी पर्यटकों का विवाह, कैमल और कैमल कार्ट सफारी और हॉर्स रेस आदि आयोजन होंगे। वहीं कार्यक्रम का समापन फॉक नाइट और अग्नि नृत्य के साथ होगा।