टुडे राजस्थान न्यूज़ ( अज़ीज़ भुट्टा )
शिक्षक संघ राष्ट्रीय के दो दिवसीय शैक्षिक महाकुंभ सम्पन्न
शिक्षक कोई साधारण व्यक्ति नहीं होता जबकि शिक्षक की गोद में प्रलय और सृजन पलता है- सीपी जोशी
बीकानेर, 19 जनवरी। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय का दो दिवसीय प्रदेश शैक्षिक महाकुंभ चित्तौड़गढ़ के प्रसिद्ध कृष्ण धाम सांवलियाजी मण्डफिया के मीरा रंग मंच पांडाल में शनिवार को संपन्न हुआ।
प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि आचार्य ने बताया कि सम्मेलन के प्रथम दिवस में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर,विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम,विधायक अर्जुन गर्ग,चंद्रभान आक्या,जिला कलक्टर आलोक रंजन, अध्यक्ष रमेश पुष्करणा,महामंत्री महेंद्र लखारा,संगठन मंत्री घनश्याम उपस्थित रहे।
समापन समारोह की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा ने की। समापन समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान सरकार के सहकारिता मंत्री गौतम दक रहे। मुख्य वक्ता कुलगुरु कोटा विश्वविद्यालय एवं कोटा खुला विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कैलाश चंद्र सोडाणी रहे। विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय सांसद एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैश्विक महासंघ के महेंद्र कुमार कपूर, संगठन मंत्री राजस्थान अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के घनश्याम, प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश चंद्र सुथार रहे।
प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश विश्नोई एवं अतिरिक्त जिलामंत्री मोहम्मद फैसल ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्री गौतम दक ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक सदैव अपने कर्मों से वंदनीय एवं पूजनीय रहा है। राष्ट निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है शिक्षक समाज का दर्पण होता है। मुख्य वक्ता कैलाश चंद्र सोडाणी ने अपने मुख्य वक्तव्य में कहा कि धर्म ही कर्म है, धार्मिक संतुलन हमारे देश की महत्ती आवश्यकता हो गई है। शिक्षक राष्ट्र के संवाहक बने।
विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय सांसद चंद्रप्रकाश जोशी ने अपने भाषण में कहा कि शिक्षक कोई साधारण व्यक्ति नहीं होता है जबकि शिक्षक की गोद में प्रलय और सृजन पलता है।
शिक्षक की शुचिता, संस्कार, आचार, विचार आने वाली पीढ़ी सीखें ऐसा शिक्षक समाज के सम्मुख अपना उदाहरण प्रस्तुत करता आया है। ऐसे कई उदाहरण चाणक्य, चंद्रगुप्त, समर्थ, गुरु रामदास ने दिए हैं जो हमारे पथानुगामी है। राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कुमार कपूर ने कहा कि श्रेष्ठ समाज के लिए शिक्षकों को श्रेष्ठ प्रतिमा गढ़नी होगी, मेरा विद्यालय मेरा तीर्थ बनें। शिक्षक का मतलब समाधान है। समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रमेशचंद्र पुष्करणा ने महाकुंभ में जाने वाले शिक्षकों को राज्य सरकार पृथक से अवकाश स्वीकृत करने के साथ साथ शिक्षकों की लंबित समस्याओं में स्थानांतरण, पदोनतियां, वेतन विसंगतियां, कंप्यूटर अनुदेशक शिक्षक का पद नाम बदलकर शिक्षक करने, शारीरिक शिक्षकों, पुस्तकालय अध्यक्ष, पंचायत सहायक शिक्षकों की मांगों को उठाते हुए इन्हें स्थाई समाधान करने की मांग की।
समापन समारोह में स्थाई समिति के सदस्य, प्रदेश कार्यकारिणी, समस्त जिलों के जिला अध्यक्ष, जिला मंत्री मय कार्यकारिणी एवं राजस्थान की 402 उपशाखाओं के अध्यक्ष, मंत्री, मय कार्यकारिणी तथा सदस्य गण उपस्थित रहे। समारोह में सत्र 2024-25 में राजस्थान में सदस्यता अभियान को लेकर प्रथम, द्वितीय, तृतीय रहे जिले के जिला अध्यक्ष, जिलामंत्री को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। सत्र 2025- 26 का प्रांतीय अधिवेशन बांसवाड़ा मंडल में होगा। समापन समारोह में प्रदेश कार्यकारिणी के सभाध्यक्ष संपत सिंह, स्थाई समिति के राजनारायण, प्रहलाद शर्मा, उमराव सिंह, अतिरिक्त प्रदेश महामंत्री योगेश कुमार शर्मा, डॉक्टर अरुणा शर्मा, रवि आचार्य, ओमप्रकाश विश्नोई,बसंत जिंदल, अभय सिंह राठौड़, डॉ ऋषिन कुमार चौबीसा, नटवरलाल पांचाल, बीकानेर जिले के जिला अतिरिक्त मंत्री मोहम्मद फैसल, जिला संगठन मंत्री लेखराम गोदारा, पवन शर्मा,पूनम विश्नोई, ओमप्रकाश रोड़ा,ओमप्रकाश शर्मा, दानाराम, मोहनलाल,महावीर धतरवाल, अमित गुरिया, आनन्द व्यास,विकास पंवार,चंद्रकला आचार्य,राजेंद्र व्यास मय टीम सहित जिला कार्यकारिणी एवं प्रदेश के हजारों शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।