संक्रांति महोत्सव में हजारों श्रावक-श्राविकाओं ने सुना मंगलपाठ
टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
जैनाचार्य विजय धर्मधुरंधरजी महाराज से संक्रांति महोत्सव में
हजारों श्रावक-श्राविकाओं ने सुना मंगलपाठ,
बीकानेर से विहार कर भीनासर पहुंचे
बीकानेर, 14 अप्रैल। जैन श्वेताम्बर तपागच्छ के श्रुत भास्कर वर्तमान गच्छाधिपति, जैनाचार्य विजय धर्मधुरंधर सूरीश्वरजी महाराज ने सोमवार को कोचरों के चौक में हुए संक्रांति महोत्सव में बीकानेर सहित देश-प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आए हजारों श्रावक-श्राविकाओं को संक्रांति व मंगलपाठ सुनाया। समारोह में मुंबई की मुमुक्षु सुश्री कृति पंकज भाई दोशी का विभिन्न संगठनों ने अभिनंदन किया वहीं जैनाचार्य व साध्वीवृंद को कम्बली ओढ़ाने का लाभ स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय राम रतन कोचर परिवार ने लिया। जैनाचार्य सहवृति मुनि सोमवार को ही भीनासर की ओर विहार कर गए।

जैनाचार्य धर्म धुरंधरही महाराज ने प्रवचन में कहा कि बीकानेर की धर्मधरा को वल्लभ नगरी के रूप में देव, गुरु व धर्म के प्रति समर्पण के कारण सम्मान मिला है। धर्म व अध्यात्मक की ज्योति का आलौक बढ़ता रहे, इसके लिए श्रावक-श्राविकाएं जिनालयों में पूजा,दर्शन वंदन व जाप करे। मुनि ऋषभचन्द्र महाराज ने कहा कि श्रावक-श्राविकाएं ज्ञान, दर्शन व चारित्र की आराधना करें। ज्ञान की आराधना में अपने आपको जाने, दर्शन की साधना में अपने आपको देखें तथा चरित्र की आराधना करते हुए अपने आप में व्याप्त त्रुटियों व कमियों को सुधारें।

किसी से राग-द्वेष व पूर्वाग्रह नहीं करें। जीवन की सार्थकता को समझे। नैतिकता व्यवहार में, धार्मिकता अपने आचार में व आध्यात्मिकता आत्मा में लाने का प्रयास व पुरुषार्थ करें। साध्वी श्री पीयूष पूर्णा ने कहा कि सम्यक, ज्ञान, दर्शन व चरित्र धर्म का मूल है। संक्रांति में सम्यक ज्ञान की क्रांति लाए तथा धर्म के मर्म को समझ कर आत्म जागृति के प्रयास करें। नियमित जिनालयों में दर्शन व पूजा करते हुए जीवन को सार्थक करें।
अतिथि के रूप में नगर विधायक जेठानंद व्यास ने कहा कि अधर्म का नाश करने के लिए धर्म की प्रतिष्ठा करें। भगवान महावीर के सिद्धान्तों को अपनाते हुए सभी प्राणियों के प्रति सद्भाव व कल्याण की भावना रखें। रायसिहं नगर के विधायक सोहन लाल नायक ने कहा कि जैन धर्म व स्वतंत्राता सेनानी स्वर्गीय रामरतन जी कोचर परिवार से उन्हें धर्म-आध्यात्मक व जन सेवा की प्रेरणा मिली है। जैनाचार्य के दर्शन-वंदन कर वह अपने आप में गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कार्यक्रम में विमल कोचर, मुक्का भाईजी, श्री अमृतसर के भगवान पार्श्वनाथ मंदिर के ट्रस्टी अजय कोचर, सूरत के रतन कोचर व बालक मोक्ष दीपक कोचर ने विचार व्यक्त किए।

भजनों की प्रस्तुतियों में जयकारे
श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ संघ के मंत्री विजय कोचर ने संक्रांति भजन प्रस्तुत किया। बीकानेर के सुप्रसिद्ध कलाकार मगन कोचर, लुणावा नागौर के निवासी मुंबई प्रवासी वयोवृद्ध गायक मोहन लाल जैन, जलंधर के दीपक जैन, बीकानेर के रौनक कोचर, रोहित, ऋषभ, जीतू कोचर, अमित कोचर सहित फ्रेण्डस क्लब के सदस्यो, तपागच्छ महिला मंडल, संक्रांति महोत्सव में स्वधर्मी वात्सल्य का लाभ लेने वाले लाभार्थी लाभचंदजी, फतेहचंद कोचर परिवार की श्राविकाओं ने भजन प्रस्तुत किए। भजनों की प्रस्तुतियों के दौरान देव, गुरु व धर्म के जयकारे लगाए गए।

मुमुक्षु का अभिनंदन
आगामी 8 जून को पालीताणा में भागवती दीक्षा ग्रहण करने वाली मुमुक्षु कृति, उनके पिता पंकज भाई व माताजी दक्षा बहन का श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्रीसंघ, श्रभ् कोचर फ्रेण्डस क्लब, बीकानेर, आत्मानंद जैन सभा अमृतसर,,ओस्तरा भक्त मंडल, आत्मानंद विजय इंद्रदिन चैरिटेबल, अम्बाला, मुरादाबाद, दिल्ली, सूरत, आत्मानंद जैन सभा बड़ौदा, आत्मानंद जैन महासभा उतरी भारत पंजाब सहित स्थानीय व बाहर से आए विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों, भाजपा नेता मोहन सुराणा, पवन बोथरा, विश्व हिन्दू परिषद के विजय कोचर ने मुमुक्षु का अभिनंदन किया। जैनाचार्य ने मुमुक्षु को दीक्षा का मुर्हूत प्रदान किया। मुमुक्षु ने उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं को दीक्षा कार्यक्रम में आने का आमंत्रण दिया। फ्रेण्डस क्लब के जितेन्द्र कोचर ने संक्रांति महोत्सव की विशिष्टताओं, महोत्सव में बीकानेर के श्रावक-श्राविकाओं की भागीदारी तथा मुमुक्षु कृति दोशी का परिचय दिया।