टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
बीकानेर 23 जून । ज्ञान चेतना को विकसित करनेवाले तेरापंथ गणनायक युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी जिनबाला जी के पावन सानिध्य में आचार्य श्री महाप्रज्ञ का 106 वां जन्मदिवस भीनासर के ओसवाल पंचायत भवन में बड़े उत्साह व हर्षोल्लास वातावरण में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मोनिका सेठिया व प्रेरणा कोचर के मंगलाचरण से हुआ। भीनासर तेरापंथ सभा के मंत्री चैनप्रकाश गोलछा ने आये हुए अतिथियों का स्वागत किया।

साध्वी जिनबाला जी ने जनता को प्रेरित करते हुए अपने मंगल उद्बोधन में फरमाया आचार्य महाप्रज्ञ जी प्रज्ञा के शिखर पुरुष थे। अप्रतिम मेधा के धनी थे। उनकी साधना प्रबल थे। वे मंत्र विद्या के ज्ञाता थे। अनेक समस्याओं के समाधायक थे
साध्वी श्री करुणाप्रभाजी ने अपने ओजस्वी वक्तव्य में आचार्य श्री महाप्रज्ञजी के जन्मकालीन घटनाओं का वर्णन करते हुए कहा कि उनका तीसरा नेत्र खुला हुआ था। अन्तर्दृष्टि जागृत थी।
साध्वी प्राची प्रभाजी ने आचार्य महाप्रज्ञजी की अभि वंदना में सुंदर गीत का संगान किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ओसवाल पंचायत समिति के अध्यक्ष जेठमल सेठिया व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांतिय संयोजक टेकचंद बरडिया ने अपने मंजे हुए विचारों की अभिव्यक्ति दी।
तेरापंथ महिला मण्डल की अध्यक्षा श्रीमती शशी गोलछा व प्रियंका भंसाली ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये ।

तेरापंथ सभा व तेरापंथ युवक परिषद के सदस्यों ने सामूहिक गीत की सुन्दर प्रस्तुति दी। इसके साथ ही तेरापंथ महिला मण्डल व ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों ने सुन्दर, मोहक व रोचक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। तेरापंथ कन्यामण्डल ने शब्दचित्र के माध्यम से अपने भाव प्रकट किये। कार्यक्रम में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष विशाल सेठिया ने सभी आगन्तुको का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वी भव्यप्रभाजी ने किया। आज के पावन अवसर पर भीनासर के श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति उल्लेखनीय व सराहनीय थी।