टुडे राजस्थान न्यूज़ (अज़ीज़ भुट्टा )
गुरुदेव श्री तुलसी युगदृष्टा महान संत पुरुष थे
उनके अवदान जन जन के लिए हितकारी थे
बीकानेर 09 जून । गणाधिपति गुरुदेव श्री तुलसी के 29 में महाप्रयाण दिवस की उपलक्ष में आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान की ओर से सप्त दिवसीय कार्यक्रम की श्रृंखला में प्रथम दिवस का कार्यक्रम शांतिनिकेतन वयोवृद्ध साध्वी सेवाकेंद्र में शासन साध्वी शशी रेखा जी साध्वीश्री विशद् प्रज्ञा जी, साध्वीश्री जिनबालाजी, साध्वीश्री लब्धि यशा जी एवं समणी नियोजिका मधुर प्रज्ञा जी के सानिध्य में आयोजित किया गया जिसका संयोजन तेरापंथ महिला मंडल गंगाशहर को दिया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ तुलसी अष्टकम् के साथ महिला मंडल बहनों द्वारा किया गया। तत्पश्चात साध्वी श्री कंचन बालाजी , साध्वी श्री भव्य प्रभा जी ने आचार्य श्री तुलसी के अवदान नारी जागृति, साध्वी शिक्षा, प्रेक्षाध्यान आदि से सबको रूबरू करवाया ।
अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की कार्यसमिति सदस्या आचार्य तुलसी 29वें महाप्रयाण दिवस के सप्त दिवसीय कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती ममता जी रांका द्वारा कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी एवं स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया गया। तेरापंथ महिला मंडल गंगाशहर की बहनों द्वारा एक लघु नाटिका आचार्य तुलसी के अवदान- विसर्जन पर प्रस्तुत की गई जिसमें दर्शाया गया हमें अपनी बुरी आदतों, अत्यधिक मोबाइल के प्रयोग, आय का विसर्जन करना चाहिए । साध्वियों के द्वारा एक शब्द चित्र तुलसी के अवदान विषय पर प्रस्तुत किया गया ।

साध्वी शशी रेखा जी ने कहा की गुरुदेव तुलसी ने साध्वियों के ऊपर बहुत बड़ा उपकार किया है उन्हें शिक्षा देकर। साध्वी श्री लब्धियशा जी ने कहा गुरुदेव तुलसी ने सिर्फ तेरापंथ को ही नहीं, बल्कि संपूर्ण जैन समाज के लिए एक बहुत बड़ा उपकार किया है वह है आगम संपादन का जिसे आगे को 100 वर्षों में करना संभव नहीं है उस कार्य को उन्होंने 25 वर्ष में पूर्ण कर दिखाया । समणी मधुर प्रज्ञा जी ने कहा कि वह साक्षी है गुरुदेव के अवदान समण श्रेणी की। गुरुदेव तुलसी युग दृष्टा दूरदर्शी थे उन्होंने सदैव अपने शिष्यों को उनकी साधना में आगे बढ़ाने के लिए सहयोग प्रदान किया ।

साध्वीश्री विशद प्रज्ञा जी ने कहा आचार्य श्री तुलसी के अवदानों की सूची बहुत लंबी है यदि हम शुरू करें तो हमारे पास शब्द कम पड़ जाएंगे। इसके लिए हम सदैव अपने गुरु के प्रति कृतज्ञ रहेंगे तथा समाज को भी यह संदेश दिया कि यदि हम गुरुदेव के अवदानों को अपने जीवन में धारण करेंगे तो यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ श्रावक मूलचंद जी नाहर का सम्मान संस्थान के पदाधिकारियों द्वारा किया गया। आगामी कार्यक्रमों की सूचनाएं शांति प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष किशन बैद द्वारा दी गई । आभार तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष संजू लालाणी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन मंत्री मीनाक्षी आंचलिया द्वारा किया गया ।
