उन्होंने कहा कि बीकानेर शहर और देहात के सैंकड़ों गाँव पानी के लिए तरस रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री पहले जोधपुर की जनता को पानी पंहुचाने पर आमादा है।
जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने पूछा कि बीकानेर में 3 मंत्री और अनेको मंत्री का दर्जा प्राप्त जनप्रतिनिधि है लेकिन सभी बीकानेर की जनता का अपमान चुपचाप देखते हुए मौन हैं।
सिंह ने कहा कि हनुमानगढ़, गंगानगर, बीकानेर शहर, देहात, चुरू, नोखा, नागौर, मेड़ता, डीडवाना समेत 25 छोटे बड़े शहर आज समय पर जल आपूर्ति से वंचित किये गए है। इस क्षेत्र के 5 से 6 हज़ार गांवों की स्थिति और भी विकट तथा दयनीय है। इस प्रकार के सौतेले रवैये के कारण बीकानेर की जनता आने वाले चुनावों में ऐसे जनप्रतिनिधियों को सबक अवश्य सिखाएगी।
उन्होंने कहा कि बीकानेर की जनता का धैर्य अब खत्म होने लगा है। सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये के कारण आमजन को हुई हानि के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को बीकानेर की जनता से माफी मांगनी चाहिए।