बीकानेर 10 जून। निर्जला एकादशी के मौके पर बीकानेर में अनेक स्थानों पर ठंडा पेयजल और शरबत और भी अनेक तरह के पेय पदार्थ आम लोगों को पिलाए गए । ऐसा ही नजारा शहर के जेल रोड स्थित सिद्ध बाबा की बगेची के पास ठंडे जूस की सेवा हिंदू और मुस्लिम दोस्तों ने मिलकर की। इससे पहले भी शहर में अनेक स्थानों पर इस तरह के नजारे देखने को मिलते रहते हैं। देशभर में चल रहे नफरत के माहौल का असर बीकानेर में कभी दिखाई नहीं देता है। यहां सभी धर्मों के लोग मिलकर एक दूसरे के साथ मिलकर आयोजन करते रहते हैं। शुक्रवार को बीकानेर के पुरानी जेल रोड स्थित इलाके में सीताराम जांगिड़, कमल जांगिड़, नीरज जांगिड़, उत्तम, अमजद अली परिहार, गौतम, आदित्य, राहुल, मोहम्मद रफीक भाटी, राजेश, रमेश जांगिड़ सहित अनेक लोगों ने लोगों को शरबत पिलाकर सेवा की।
दान-पुण्य और व्रत-उपासना के पर्व निर्जला एकादशी की तैयारियां
शुरू हो गई है। घरों में एकादशी को लेकर जहां आलू, साबुदाना, केला आदि से सामग्री तैयार की जा रही है, वहीं बाजारों में दान-पुण्य के लिए विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की खरीदारी शुरू हो गई है। निर्जला एकादशी पर बहन-बेटियों के ससुराल भेजे जाने वाले फलियार की तैयारियां भी की जा रही है। इस पर्व पर आम और ओला भेजने की भी परम्परा है। निर्जला एकादशी से कुछ दिन पहले से ही आम-ओला और फलियार भेजने का क्रम शुरू हो जाता है। फलियार में कई तरह की मिठाईयां भी भेजी जाती है। दान-पुण्य के लिए पानी की मटकिया, पंखी, ओला, सेवईया, शर्बत आदि की दुकानें सजने के साथ इनकी बिक्री शुरू हो गई है। निर्जला एकादशी पर्व 11 जून को मनाया जाएगा। व्रत-उपवास के साथ इस दिन दान-पुण्य होगा।तैयार हो रही खाद्य सामग्री
निर्जला एकादशी को लेकर घरों सहित कारखानों में विभिन्न प्रकार की खाद्य सामग्रीतैयार हो रही है। कारखानों में निर्जला एकादशी के लिए चीनी से बने ओला, ठंडाई ओला, सेवईया तथा विभिन्न प्रकार के शर्बत तैयार हो रहे है। वहीं घरों में भी आलू, साबुदाना और केला से चिप्स बनाए जा रहे है। कई घरों में दान-पुण्य के लिए विभिन्न प्रकार के शर्बत भी तैयार किए जा रहे है।
शुरू हुई खरीदारी
निर्जला एकादशी पर दान-पुण्य के विशेष महत्व के कारण खरीदार शुरू हो गई है। पंखे, कूलर, एसी, फ्रीज, मटकिया आदि की खरीदारी की जा रही है। किराणा की दुकानों पर एकादशी के दिन के लिए विभिन्न प्रकार की खाद्य सामग्री की खरीदारी चल रही है। गुलाब, केसर, चंदन, बेला आदि विभिन्न प्रकार के शर्बत की बोतलों की खरीदारी भी की जा रही है। निर्जला एकादशी पर घरो में उपयोग करने के साथ इनका दान पुण्य भी किया जाएगा।